तेज गर्मी से लोग बेहाल हैं. तापमान बढ़ने से कई तरह की बीमारियां भी हो रही हैं. उल्टी-दस्त और पेट से संबंधित समस्याएं काफी बढ़ गई हैं. बच्चों को इस मौसम में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस समय अस्पतालों में ऐसे काफी केस आ रहे हैं, जिसमें बच्चों को पेट में दर्द और उल्टी-दस्त की समस्या हो रही है. डॉक्टरों का कहना है कि ये लक्षण स्टमक फ्लू की बीमारी का संकेत है. अगर किसी बच्चे को ये समस्या हो रही है तो उसको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. लापरवाही करने से तबीयत काफी बिगड़ सकती है.
तेज़ गर्मी की वजह से वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस की समस्या बढ़ जाती है. ये पेट की एक बीमारी है जिसको स्टमक फ्लू कहते हैं. किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आना या दूषित भोजन और पानी का सेवन करने से ये बीमारी होती है. वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस का कोई प्रभावी उपचार नहीं है, इसलिए रोकथाम बहुत जरूरी है.
खाने से कैसे होता है स्टमक फ्लू?
गर्मियों में खाना जल्दी खराब हो जाता है. ऐसे भोजन पर नोरोवायरस और एस्ट्रोवायरस पनपने लगते हैं. अगर कोई बच्चा दूषित भोजन करता है तो ये बैक्टीरिया उसके शरीर में प्रवेश कर जाते हैं जिससे पेट में संक्रमण होता है. इस वजह से ही स्टमक फ्लू की समस्या होती है. ये बीमारी बच्चों को ज्यादा होती है. तेज गर्मी और बरसात के मौसम में हर साल इसके केस सामने आते हैं.
पेट में क्यों होता है इंफेक्शन
बासी खाने से बैक्टीरिया आंतों में चले जाते हैं. आंतों में हुए संक्रमण से पानी जैसा दस्त, पेट में ऐंठन, मतली या उल्टी और कभी-कभी बुखार जैसे लक्षण शामिल होते हैं. इस तरह की परेशानी होने से शरीर में डिहाइड्रेशन हो सकता है. जो खतरनाक है. ऐसे में लक्षण दिखते ही इलाज कराना जरूरी है.
क्या होते हैं लक्षण
भूख में कमी
पेट में दर्द रहना
उल्टी- दस्त
बुखार
मांसपेशियों में दर्द
ज्यादा पसीना आना
कैसे करें बचाव
हमेशा फ्रेश भोजन करें.
शरीर को हाइड्रेट रखें
पेट में दर्द होने पर डॉक्टर को दिखाएं
स्ट्रीट फूड खाने से बचें
बच्चों में हर साल इसके मामले देखे जाते हैं. ये बीमारी गंभीर नहीं है, लेकिन समय पर इलाज कराना जरूरी है.