रायगढ़ जिले के 2 गांव, जहां के बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग सभी 56 घंटे तक सड़क पर रहे। खाना सड़क पर, सोना सड़क पर। ये संघर्ष इसलिए क्योंकि 16 किलोमीटर की सड़क खराब थी और सब परेशान हो चुके थे। पूरे गांव ने सत्याग्रह का सहारा लिया और सड़क जामकर धरने पर बैठ गए। 56 घंटे बाद सड़क का काम शुरू हुआ, तब हटे।
खरसिया से छाल तक 16 किमी की बदहाल सड़क बनवाने ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया था। बच्चे, महिलाएं, बुजुर्गों समेत ग्रामीणों ने 2 रातें सड़क पर बिताई।
मंगलवार की सुबह 9 बजे से खेदापाली और चंद्रशेखरपुर एडु के ग्रामीणों ने आंदोलन शुरू किया था।
सड़क पर टेंट लगाकर ग्रामीण बैठ गए। ग्रामीणों को समझाइश देने अधिकारी भी पहुंचे, लेकिन उनकी मांग थी कि जब तक रोड का निर्माण शुरू नहीं होगा, वे नहीं हटेंगे।
गुरुवार शाम 5 बजे से सड़क निर्माण काम शुरू किया गया। जिसके बाद ग्रामीणों ने चक्काजाम खत्म किया।
चंद्रशेखरपुर और खेदापाली के बीच पहले होगा काम
आंदोलन के दौरान अधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों ने चर्चा की। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि चंद्रशेखरपुर एडु और खेदापाली के बीच जर्जर हिस्से का निर्माण काम सबसे पहले किया जाएगा।
ताकि ग्रामीणों की समस्या कम हो सके। ऐसे में ग्रामीणों ने भी अपना आंदोलन समाप्त करने में अपनी सहमति जताई।
मंगलवार की सुबह से लेकर रात तक ग्रामीण वहीं बैठे रहे थे। इस दौरान तहसीलदार भी समझाइश देने पहुंचे, लेकिन ग्रामीण मानने को तैयार नहीं थे। ऐसे में मंगलवार की रात ग्रामीण वहीं खाना खाकर सो गए। बुधवार सुबह फिर से अपना आंदोलन शुरू कर दिया।
16 किमी की सड़क बदहाल
ग्रामीणों ने बताया कि करीब 16 किमी की सड़क बदहाल हालत में है। गड्ढों और धूल से हर दिन लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इससे पहले भी कई बार आश्वासन मात्र दिया गया।
मौके पर पहुंचा सड़क निर्माण के लिए मटेरियल
धरमजयगढ़ SDM धनराज मरकाम ने बताया कि ग्रेडर से सड़क के लेवलिंग का काम किया जा रहा है। जिसके बाद सड़क निर्माण को लेकर चंद्रशेखरपुर एडु और खेदापाली में चल रहा चक्काजाम गुरुवार शाम 5 बजे समाप्त हो गया है।