चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा की बैठक, बिहार में सीट बंटवारे पर चर्चा

बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए के घटक दलों के बीच रणनीति पर चर्चा जारी है। इसी कड़ी में राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा और लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान के बीच हाल ही में करीब एक घंटे की महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस मुलाकात में दोनों नेताओं ने संभावित सीटों के बंटवारे और वोटों के ध्रुवीकरण पर विस्तार से चर्चा की।

सूत्रों के अनुसार, यह बैठक इसलिए भी अहम थी क्योंकि 2020 के विधानसभा चुनाव में दोनों दल एनडीए का हिस्सा नहीं थे। इस बार दोनों दलों को जेडीयू और बीजेपी अपनी-अपनी कुछ सीटें छोड़नी होंगी। बैठक में यह भी तय किया गया कि कौन-सी सीटें दोनों पार्टियों के लिए मजबूत हैं और किस पर उम्मीदवारों का साझा समर्थन किया जा सकता है।

बैठक में उपेंद्र कुशवाहा ने चिराग पासवान से बिहार की वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर बात की और एनडीए के भविष्य की रणनीति पर विचार-विमर्श किया। दोनों नेताओं ने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की कि आगामी चुनाव में किसी सीट पर पार्टियों के हितों में टकराव न हो। साथ ही उन्होंने साझा रणनीति और संभावित वोटों के ध्रुवीकरण के असर पर भी चर्चा की।

बैठक के बाद उपेंद्र कुशवाहा पटना से दिल्ली लौट गए, जहां वह तीन दिन बाद फिर से एनडीए और बीजेपी नेताओं के साथ विचार-विमर्श करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी नेतृत्व अक्टूबर के पहले हफ्ते में एनडीए घटक दलों के साथ अंतिम रूप से सीटों के बंटवारे का ऐलान करेगा।

बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व के अनुसार, चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टियां एनडीए के अभिन्न घटक हैं। उनके साथ लगातार संपर्क बनाए रखा जाता है, लेकिन इस तरह की बैठकें सार्वजनिक रूप से नहीं की जातीं। इस चर्चा से एनडीए की आगामी चुनाव रणनीति स्पष्ट रूप से आकार ले रही है और गठबंधन के भीतर संतुलन बनाए रखने के लिए जरूरी समझौते किए जा रहे हैं।

दोनों नेताओं की यह बैठक बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव में गठबंधन की ताकत और सीटों के बंटवारे की रणनीति को लेकर महत्वपूर्ण मानी जा रही है। बैठक में उठाए गए मुद्दे और तय किए गए कदम भविष्य में एनडीए की चुनावी सफलता पर सीधे असर डाल सकते हैं।

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