चित्तौड़गढ़: जिले के 8 पुलिस थानों में जब्तशुदा करीब 37 क्विंटल मादक पदार्थ कड़ी सुरक्षा में निम्बाहेड़ा स्थित एक सीमेंट फैक्ट्री के कीलन में जलाकर नष्ट किया गया. करीब 10 प्रकरणों का यह माल न्यायलय से भौतिक सत्यापन व निर्णय के बाद इस तरह निस्तारित किया गया. इसमें सबसे बड़ी खेप अफीम डोडा चूरा की थी.
एसपी मनीष त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस थानों के मालखाना एनडीपीएस एक्ट में जब्त मादक पदार्थों व वाहनों की वजह से भरे पड़े है. इससे अन्य जब्त माल रखने की समस्या आ रही थी. निस्तारण और थानों को स्वच्छ रखने के उद्देश्य से कार्यालय की कार्य प्रणाली शाखा ने संबंधित थानाधिकारियों से प्रस्ताव प्राप्त कर रिकॉर्ड तैयार किया गया.
इसके बाद कार्यक्रम तय कर इन थानों से मादक पदार्थ निम्बाहेड़ा स्थित वंडर सीमेंट के प्लांट में लाया गया. इस दौरान एसपी मनीष त्रिपाठी सहित संबंधित 8 थानों के प्रभारी के साथ जिला पुलिस की कार्यप्रणाली में पहले रिकॉर्ड मिलान कर मादक पदार्थों का दोबारा वजन किया गया. इसके बाद वैज्ञानिक तरीके से नष्ट किया गया. पारदर्शिता के लिए संपूर्ण प्रक्रिया की फोटोग्राफी व विडियोग्राफी करवाई गई.
इन थानों से आया जब्त शुदा मादक पदार्थ एसपी त्रिपाठी के अनुसार बेगूं, कोतवाली व सदर निम्बाहेड़ा, चंदेरिया, मंगलवाड़, निकुंभ, बिजयपुर व गंगरार थानों में दर्ज कुल 10 प्रकरणों में से 7 में 36 क्विंटल 61 किग्रा 584 ग्राम डोडा चूरा, एक प्रकरण में 1 किलो 447 ग्राम गांजा व दो प्रकरणों में 4 ग्राम 74 मिलीग्राम स्मैक को नष्ट किया गया.
ये माल अलग अलग कार्रवाई में तस्करों से जब्त किया गया था. जिला औषधि व्ययन समिति ने वंडर सीमेंट यूनिट हेड नितिन जैन, मुख्य सुरक्षा अधिकारी नगेन्द्र सिंह, एडमिन हैड अखिलेश, एएफआर हैड अखिलेश रामदेव आदि टीम की उपस्थिति में प्लांट के कीलन में जलाकर नष्ट किया गया.