अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉन फिट्जगेराल्ड कैनेडी (John Fitzgerald Kennedy) की हत्या में दुनिया की सबसे शक्तिशाली खुफिया एजेंसी CIA को कठघरे में खड़ा करने वाली ये डिटेल एक सीक्रेट फाइल का हिस्सा है. ये डरावना आश्चर्य है कि
अमेरिकी एजेंसी CIA अपने ही मौजूदा राष्ट्रपति को सरेआम गोली मरवाकर कत्ल करवा देगी.
लेकिन अमेरिकी सरकार की क्लासिफाइड फाइलें तो इसी ओर ही इशारा करती हैं. डरा-सहमा, खौफ खाया और जान की भीख मांग रहा CIA एजेंट गैरी अंडरहिल ने उस दिन न्यू जर्सी में अपने दोस्तों को साफ कहा था-
अपने खुलासे से सन्न कर कर देने वाली इन फाइलों को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रेसिडेंट जॉन एफ कैनेडी की हत्या के 60 वर्ष बाद डीक्लासिफाई किया है. कैनेडी का कत्ल 22 नवंबर 1963 को किया गया था. तब वह मात्र 46 साल के थे. 19 मार्च 2025 से ये फाइल सार्वजनिक हैं और इसे यूएस आर्काइव पर देखा जा सकता है.
ये खुलासे जासूसी, खुफिया ऑपरेशन और इंटेलिजेंस की काली दुनिया की गंदी और खौफनाक सच्चाइयों की ओर इशारा करते हैं.
तो कौन था CIA एजेंट गैरी अंडरहिल? उसके भविष्य का क्या हुआ? उसका अतीत कैसा था?
ट्रंप प्रशासन द्वारा जारी किए खुफिया फाइलों में इसका जिक्र है. लेकिन इससे पहले जानते हैं कि जॉन एफ कैनेडी की हत्या कब हुई थी. इस सुपर हाई किलिंग का अंजमा क्या हुआ?
कैनेडी की हत्या 22 नवंबर, 1963 को डलास की यात्रा के दौरान की गई थी. जब उनका काफिला शहर में अपनी परेड पूरी कर रहा था, तभी टेक्सास स्कूल बुक डिपोजिटरी बिल्डिंग से गोलियां चलने लगीं
जैसे-तैसे ये काफिला पार्कलैंड मेमोरियल अस्पताल पहुंचा, जहां गोलीबारी के करीब 30 मिनट बाद कैनेडी को मृत घोषित कर दिया गया.
ये अदभुत कहानी थी. कैनेडी की हत्या के दो घंटे और आठ मिनट बाद डलास लव फील्ड में एयर फोर्स वन में उपराष्ट्रपति लिंडन बी. जॉनसन ने राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली.
ली हार्वे ओसवाल्ड- हत्यारा या मोहरा?
इस मामले में अमेरिकी पुलिस ने 24 साल के ली हार्वे ओसवाल्ड को गिरफ्तार किया था. उस पर आरोप था कि उसने छठी मंजिल से बतौर स्नाइपर फायरिंग की थी.
लेकिन हैरानियों और रहस्यों से भरे इस केस में हंगामेदार मोड़ तब आया जब एक नाइट क्लब के मालिक जैक रूबी ने जेल ले जाने के दौरान ओसवाल्ड को गोली मार दी और उसकी मौत हो गई.
सर्विंग राष्ट्रपति की हत्या के आरोपी की ऐसी मौत न तो अमेरिकियों को हजम हुई और न ही जुर्म पर अनुसंधान कर रहे लोगों को.
हत्या के एक साल बाद, वॉरेन आयोग, जिसे राष्ट्रपति लिंडन बी जॉनसन ने जांच के लिए स्थापित किया था, ने निष्कर्ष निकाला कि ओसवाल्ड ने अकेले काम किया और किसी साजिश का कोई सबूत नहीं था.
राष्ट्रपति कैनेडी की हत्या 22 नवंबर, 1963 को डलास की यात्रा के दौरान की गई थी.
हालांकि, हाल ही में जारी की गई फाइलों से संकेत मिलता है कि कैनेडी की हत्या करने वाली गोली शायद किसी दूसरे शूटर ने चलाई होगी. बैलिस्टिक रिपोर्ट और गवाहों के बयानों का हवाला देते हुए फाइलें जांच आयोग के निष्कर्षों को चुनौती देती हैं.
इसके अलावा हाल ही में जारी की गई सीक्रेट फाइल्स के हिस्से आरोपी ली हार्वे ओसवाल्ड की गतिविधियों का विवरण देते हैं.
सीआईए के मेमो में ओसवाल्ड की हत्या से कुछ सप्ताह पहले मैक्सिको सिटी में उसकी सोवियत और क्यूबा के दूतावासों की यात्राओं का विवरण है, जिसमें बताया गया है कि उसने क्यूबा जाने या सोवियत संघ में वापस लौटने के लिए वीजा मांगा था.
ओसवाल्ड का सोवियत अधिकारियों से संपर्क
हत्या के बाद के एक महत्वपूर्ण CIA मेमो से पता चलता है कि CIA ने एक फोन कॉल रिकॉर्ड किया था. जो दर्शाता है कि ओसवाल्ड ने सितंबर 1963 में मैक्सिको सिटी में सोवियत दूतावास में केजीबी अधिकारी से बात की थी. हालांकि इस बातचीत से ये पता नहीं चलता है कि रूसी खुफिया एजेंसी KGB ओसवाल्ड को कुछ डायरेक्शन दे रहा हो अथवा सहयोग कर रहा हो, लेकिन इससे ओसवाल्ड पर केजीबी की कड़ी निगरानी का संकेत मिलता है.
CIA एजेंट गैरी अंडरहिल का क्या हुआ
बता दें कि इस वक्त ट्रम्प के स्वास्थ्य मंत्री रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर हैं जो जॉन एफ कैनेडी के भतीजे हैं. उन्होंने कहा है कि उनका मानना है कि केंद्रीय खुफिया एजेंसी उनके चाचा की मौत में शामिल थी.
हमने जिस CIA एजेंट गैरी अंडरहिल की बात की थी. उसकी भी वही गति हुई जो कथित हत्यारे ली हार्वे ओसवाल्ड की हुई थी.
इस घटना के 6 महीने के बाद ही 8 मई 1964 को गैरी अंडरहिल की वाशिंगटन स्थित उसके अपार्टमेंट में डेडबॉडी मिली थी. उसकी गोली मारकर हत्या की गई थी. जांच अधिकारियों ने इसे आत्महत्या कहा.
CIA एजेंट गैरी अंडरहिल का पूरा नाम जॉन गैरेट अंडरहिल था. द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान उसने सैन्य खुफिया विभाग में काम किया, उसके बाद वहसीआईए के “अन-पीपुल्स” में से एक बन गए. इसका मतलब है कि उसने सीआईए के लिए ‘स्पेशल असाइनमेंट’ किए.