मध्य प्रदेश में आज से फिर मानसूनी बारिश की गतिविधियों में तेजी आएगी। मौसम विभाग ने 34 जिलों में बारिश की भविष्यवाणी की है, जबकि 17 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में झमाझम बारिश होने की संभावना है, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिल सकती है।
मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर बने वेदर सिस्टम का असर दिखेगा। आज और कल जबलपुर, नर्मदापुरम संभाग के जिलों में भारी बारिश के आसार हैं। रीवा, शहडोल, सागर, ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में मध्यम बारिश होगी।
मध्य प्रदेश में आज से फिर मानसूनी बारिश की गतिविधियों में तेजी आएगी। मौसम विभाग के अनुसार जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, सागर, दमोह, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, नर्मदापुरम, हरदा और बैतूल में कहीं-कहीं भारी बारिश के आसार हैं।
वहीं रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, मऊगंज, मैहर, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, सागर, दमोह, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, दतिया, अशोकनगर, भिंड, मुरैना और श्योपुर जिलों में आज बारिश हो सकती है।
मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से लगातार नमी आ रही है। इससे प्रदेश में कई शहरों में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हो रही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक गुरुवार-शुक्रवार को रीवा, शहडोल, जबलपुर, सागर, नर्मदापुरम, ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में बारिश होने के आसार हैं। विशेषकर जबलपुर, सागर, नर्मदापुरम संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है।
बुधवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक छिंदवाड़ा में 53, गुना में 46, नर्मदापुरम में 41, ग्वालियर में 38, पचमढ़ी में 26, श्योपुर में 22, उज्जैन में सात, भोपाल में पांच, नौगांव में चार, बैतूल में तीन, शिवपुरी में दो, टीकमगढ़ में एक मिलीमीटर बारिश हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी अभिजीत चक्रवर्ती ने बताया कि मानसून द्रोणिका वर्तमान में फिरोजपुर, करनाल, मेरठ, वाराणसी, जमशेदपुर, दीघा से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। पश्चिमोत्तर बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।
पूर्वी अरब सागर से एक द्रोणिका दक्षिणी गुजरात, उत्तरी-मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, तेलंगाना और तटीय आंध्र प्रदेश से होकर बंगाल की खाड़ी पर बने चक्रवात तक बनी हुई है। जम्मू-कश्मीर और उससे लगे हिमाचल प्रदेश पर एक पश्चिमी विक्षोभ चक्रवात के रूप में बना हुआ है। गुरुवार को उत्तरी बंगाल की खाड़ी पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बनने जा रहा है जो शुक्रवार को कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो सकता है।
मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि गुरुवार से प्रदेश में बारिश की गतिविधियों में तेजी आने की संभावना है। 26-27 जुलाई को प्रदेश के अधिकतर जिलों में झमाझम बारिश हो सकती है। उधर, पिछले 24 घंटों के दौरान बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे तक गुना में 75.2, नर्मदापुरम में 15.6, भोपाल में 15.3, मलाजखंड में 11.1, रायसेन में 10.6, ग्वालियर 10.2, पचमढ़ी में 8.8, सिवनी में 8.6, इंदौर में 5.7, दमोह में पांच, उज्जैन में 4.4 मिलीमीटर बारिश हुई।