रायपुर: देश के कई हिस्सों से मानसून की विदाई हो चुकी है. दक्षिण पश्चिम मानसून की विदाई भी देश के कई राज्यों से हो रही है. छत्तीसगढ़ से 12 अक्टूबर तक दक्षिण पश्चिम मानसून के जाने की संभावाना मौसम विभाग ने जताई थी. मौसम विभाग के ताजा अनुमानों के मुताबिक अब दक्षिण पश्चिम मानसून दो तीन दिन लेट से लौट पाएगा. इस बात की संभावाना रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक ने जताई है.
दशहरा में बरसेंगे बदरा: दक्षिण पश्चिम मानसून के लौटने में दो तीन दिन की देरी की संभवाना जताई जा रही है. इसके साथ ही छत्तीसगढ़ में इस वजह से दशहरा के दौरान बारिश का अंदेशा बढ़ गया है. प्रदेश में अभी भी पश्चिम बंगाल से नमी आ रही है जिसकी वजह से मंगलवार को राजधानी सहित कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई थी. उसके बाद बारिश बंद होते ही उमस और गर्मी फिर से महसूस होने लगी. बुधवार को भी प्रदेश के कई स्थानों पर बारिश की संभावना मौसम विभाग ने जताई है.
छत्तीसगढ़ से दक्षिण पश्चिम मानसून की वापसी की सामान्य तिथि 12 अक्टूबर है. इस बार मानसून की वापसी दो से तीन दिन लेट होने की संभावना है. पश्चिम बंगाल से प्रदेश में नमी आ रही है. इसकी वजह से बुधवार को प्रदेश के कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना है. गुरुवार को प्रदेश के एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ हल्की बूंदाबांदी हो सकती है. लेकिन यह बता पाना फिलहाल मुश्किल है कि छत्तीसगढ़ से दक्षिण पश्चिम मानसून की वापसी कौन सी तारीख को होगी.: जनक राम साहू, मौसम वैज्ञानिक, रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र
छत्तीसगढ़ में हाल के दिनों में तापमान बढ़ा: छत्तीसगढ़ में हाल के दिनों में तापमान में इजाफा देखा गया है. बीच बीच में हल्की बारिश होने के बाद उमस की स्थिति भी पैदा हो जाती है. मंगलवार को 8 अक्टूबर को भी ऐसा ही हुआ था. अब देखना होगा कि दक्षिण पश्चिम मानसून के लौटने के बाद छत्तीसगढ़ में किस तरह का मौसम होता है. क्या अचानक सर्दी का आगमन होगा.