सीएम भजनलाल ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया हवाई सर्वेक्षण, आपदा राहत कार्यों की समीक्षा कर तत्काल सहायता उपलब्ध कराने के दिए निर्देश

धौलपुर: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोमवार को जिले में जलभराव व अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने जिले के बिश्नोदा गांव में हवाई पट्टी पर प्रभावित लोगों से संवाद कर उनकी समस्याएं जानी तथा संबंधित अधिकारियों को आपदा राहत कार्य मुस्तैदी से किए जाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने जिले के राजाखेड़ा उपखंड के अतिवृष्टि प्रभावित गांवों कठूमरा, महमदपुरा, बक्सपुरा, चीलपुरा, चाडियान का पुरा, गढ़ी जाफर, बसई घीयाराम, अंधियारी के साथ ही निभी का ताल व उर्मिला सागर बांध का हवाई सर्वेक्षण कर अतिवृष्टि से हुए जलभराव और नुकसान का जायजा लिया.

मुख्यमंत्री ने भारी बारिश एवं जलभराव से प्रभावित लोगों से संवाद करते हुए कहा कि राज्य सरकार इस कठिन समय में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है और उनकी हरसंभव मदद की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस वर्ष असामान्य और अत्यधिक वर्षा के कारण बने हालात पर राज्य सरकार लगातार नजर बनाए हुए है। जिला कलेक्टर, स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों से नियमित रूप से बैठक कर फीडबैक लिया जा रहा है. श्री शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्कूल, आंगनबाड़ी, अस्पताल और सड़कों की मरम्मत के कार्य प्राथमिकता से पूरे करवाए जाएं.

फसल खराब की भरपाई के लिए गिरदावरी की कार्रवाई शीघ्र पूरी की जाएगी. उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों में तत्परता बरतते हुए बुनियादी सुविधाओं जैसे बिजली, सड़क एवं संचार व्यवस्था को जल्द से जल्द बहाल किया जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार बारिश और बाढ़ से हर साल होने वाली समस्याओं के दीर्घकालिक समाधान की दिशा में भी कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि चंबल नदी के किनारे बसे जिन गांवों में अतिवृष्टि होने पर बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती है, वहां स्थायी समाधान की दिशा में प्रभावी कदम उठाए जाएंगे.

उल्लेखनीय है कि प्रदेश के अतिवृष्टि एवं जलभराव वाले क्षेत्रों में सिविल डिफेंस एवं आपदा राहत बलों की टीमें निरंतर कार्य कर रही हैं. जिले में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए एवं राहत बचाव कार्य हेतु एसडीआरएफ की 2 टीमें राजाखेडा एवं 1-1 टीम धौलपुर व सरमथुरा उपखण्ड क्षेत्रों में तैनात की गई हैं. एनडीआरएफ की एक टीम धौलपुर मुख्यालय पर तैनात है। सेना का एक दल भी राहत और बचाव कार्यों के लिए धौलपुर बुलाया जा चुका है. इन क्षेत्रों के प्रभावित गांवों में से 2700 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

Advertisements