महाराष्ट्र के पुणे जिले के दौंड तालुका के यवत गांव में दो गुटों के बीच तनाव का माहौल पैदा हो गया हैय इस तनाव के चलते यवत में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे. अब मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस तनाव की वजह के बारे में जानकारी दी है.
यवत की घटना पर बोलते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “मैंने इस घटना की जानकारी ली है. एक बाहरी व्यक्ति द्वारा स्टेटस पोस्ट करने के कारण तनाव पैदा हुआ कि एक पुजारी ने उसके साथ बलात्कार किया. इसके कारण लोग सड़कों पर उतर आए और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज भी किया गया. अब स्थिति नियंत्रण में है.
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने से बढ़ा तनाव
यवत से कुछ वीडियो सामने आने के मुद्दे पर बोलते हुए, फडणवीस ने कहा कि यवत में अब शांति है. हमें यह देखना होगा कि जो वीडियो सामने आए हैं, वे यवत के हैं या बाहर के हैं. ऐसे मामलों में, बाहर के वीडियो दिखाए जाते हैं. इसकी जांच की जाएगी. मैं लोगों से शांति बनाए रखने और कानून को अपने हाथ में न लेने की अपील करता हूं.
इस बारे में बात करते हुए दौंड विधायक राहुल कूल ने कहा कि पिछले दो-तीन दिनों से यवत में तनावपूर्ण माहौल था. प्रशासन सभी से संपर्क करके तनाव कम करने की कोशिश कर रहा था. अब वहां भीड़ जमा हो गई है, जिसके चलते भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया है. हम स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं.
अजित पवार ने किया यवत गांव का दौरा
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने हिंसा के बाद यवत गांव का दौरा किया. उन्होंने एक्स पर लिखा कि पुणे जिले के यवत (तालाब दौंड) में सोशल मीडिया पर की गई एक पोस्ट के कारण उत्पन्न तनावपूर्ण माहौल को मैंने गंभीरता से लिया और स्वयं यवत गांव का दौरा किया. इस दौरान मैंने स्थानीय निवासियों और पुलिस प्रशासन के साथ पूरी घटना की समीक्षा की. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस प्रशासन ने समय पर कदम उठाए और यवत में स्थिति को पूरी तरह नियंत्रण में कर लिया है. मैं यवत के लोगों से शांति और संयम बनाए रखने की अपील करता हूं. किसी भी प्रकार की अफवाहों पर विश्वास न करें. स्थिति वर्तमान में पूरी तरह नियंत्रण में है.
उन्होंने कहा किमैंने प्रशासन को इस मामले में दोषियों के विरुद्ध उचित और सख्त कार्रवाई करने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं. पुलिस तंत्र कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अत्यंत सतर्क है और स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा है. कर्फ्यू लगा दिया गया है, और मैं सभी नागरिकों से प्रशासन का सहयोग करने और संयमित रहने का आग्रह करता हूं. सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है.
जितेंद्र आव्हाड ने पुणे में हिंसा की निंदा की
इस घटना पर विधायक जितेंद्र आव्हाड ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है. जिन इलाकों में कभी सांप्रदायिक तनाव नहीं रहा, वहाँ तनाव पैदा हुआ है. राजनीतिक लाभ के लिए महाराष्ट्र की शांति बिगाड़ने का काम चल रहा है. यह निंदनीय है. नेताओं का काम तनाव शांत करना होता है, लेकिन मौजूदा नेता सांप्रदायिक तनाव पैदा करने कीकोशिश कर रहे हैं.”