मुरैना दौरे पर CM मोहन यादव, चंबल नदी में घड़ियाल संरक्षण की पहल

मुरैना : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज मुरैना के दौरे पर रहे, जहां उन्होंने कई अहम कार्यक्रमों में शिरकत की. सबसे पहले उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण किया. इसके बाद मुख्यमंत्री का काफिला चंबल नदी की ओर बढ़ा, जहां उन्होंने चंबल सफारी का आनंद लिया और 10 घड़ियालों को नदी में छोड़ा.

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मुरैना दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज ऐतिहासिक कदम उठाते हुए चंबल नदी सफारी का आनंद लिया और घड़ियाल संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई. पहले उन्होंने मुरैना शहर में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण किया और फिर अपने हेलीकॉप्टर से चंबल नदी के राजघाट पहुंचे. वहाँ उनका कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया.

इसके बाद मुख्यमंत्री विशेष रूप से तैयार की गई बोट में सवार होकर चंबल सफारी के लिए रवाना हुए. उनकी बोट को फूलों से सजाया गया था और सुरक्षा के लिए कड़ी व्यवस्था की गई थी. सफारी के दौरान मुख्यमंत्री ने चंबल नदी के प्राकृतिक सौंदर्य और यहाँ रहने वाले मगरमच्छों और घड़ियालों का नज़ारा किया.

इसके बाद मुख्यमंत्री जैतपुर घाट पहुंचे, जहाँ उन्होंने 10 घड़ियालों को चंबल नदी में छोड़ा. मुख्यमंत्री ने कहा कि चंबल नदी सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि एशिया की सबसे स्वच्छ नदी मानी जाती है. यहाँ दुनिया के सबसे ज्यादा घड़ियाल पाए जाते हैं.

चंबल सफारी करके मैं बहुत आनंदित और अचंभित हूँ. मैंने पहली बार इस नदी का इतना अद्भुत नजारा देखा है। यहाँ का जैविक संतुलन और घड़ियाल संरक्षण वाकई सराहनीय है. चंबल नदी में हर साल 2000 से अधिक घड़ियालों के अंडों को संरक्षित किया जाता है,

घड़ियालों के अंडों को देवरी घड़ियाल सेंटर ले जाकर हैकिंग की जाती है और उसके बाद अंडों से निकले घड़ियालों को संतुलित तापमान एवं वातावरण में 120 सेंटीमीटर की लंबाई तक पहुंचने के बाद इन्हें नदी में छोड़ा जाता है.

इसके बाद मुख्यमंत्री करे धाम आश्रम पहुंचे, जहाँ उन्होंने सिय-पिय मिलन समारोह में भाग लिया और साधु-संतों का आशीर्वाद प्राप्त किया.

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