भोपाल। ‘मुझे इस बात का आनंद है कि दुबई-स्पेन यात्रा का समापन भोपाली अंदाज में हुआ है। कल हम जब भोजन करने के लिए गए तो कालरा बंधुओं ने वहां अलग-अलग रेस्टोरेंट खोला है। एक ने अपने रेस्टोरेंट का नाम खाना-खजाना रखा है। वहां खाना खाते वक्त भोपाल की याद आई। उस दौरान एक और जानकारी गौरवांवित करने वाली है। उन्होंने बताया कि उनके 90 फीसदी ग्राहक गैर-भारतीय हैं जो भारतीय भोजन कर रहे हैं। हमने दुबई में एक अलग ही माहौल देखा। प्रदेश सरकार कपास उत्पादक किसानों की आय बढ़ाने एवं उत्पादन बढ़ाने के लिए उन्हें अत्यधिक कंपनियों में प्रशिक्षण प्रदान करेगी।
बर्सिलोना में सबमर कंपनी के साथ डाटा सेंटर स्थापित करने के लिए एमओयू साइन किया है। यह करीब 3800 करोड़ का है। हमारी सरकार ने 22 अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ रणनीतिक साझेदारी के लिए एमओयू साइन किए। दुबई-स्पेन की यात्रा में कुल 11000 करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।’ यह बात मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कही। वे दुबई-स्पेन की यात्रा से लौटने के बाद 20 जुलाई को भोपाल में मीडिया को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि दुबई एक छोटी दुनिया है। वहां सभी देशों के नागरिक भी रहे हैं, व्यापारी भी रह रहे हैं। हमारे प्रधानमंत्री भी व्यापार व्यवसाय की वृद्धि के लिए 7 बार दुबई की यात्रा कर चुके हैं। हमारी दुबई यात्रा की शुरुआत अनंतारा होटल से हुई। यहां अरब संसद के अध्यक्ष मोहम्मद अल यामाही से मुलाकात हुई। हमने उनके साथ शिक्षा,युवा सहभागिता, सांस्कृतिक आदान-प्रदान सहित भविष्य की संभावनाओं पर चर्चा की। यामाही ने इन बातों पर उत्सुकता भी दिखाई। हमने जब बीएपीएस के महाराज से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि यहां सभी धर्मों के लोग आते हैं। दुबई के इस मंदिर का मॉडल बाकी दुनिया भी अपना रही है। सर्वे भवन्तु सखिनः की भावना सबके दिलों दिखाई दे रही है।
भारत से मिलत-जुलता है स्पेन
सीएम डॉ. यादव ने कहा कि हमने जब फ्रेंड्स ऑफ एमपी के भरतवंशियों के सम्मेलन में भाग लिया तो उनका उत्साह देखते ही बनता था। हमे 24 घंटे के अंदर रजिस्ट्रेशन रोकने पड़े। पता चला कि 42 लाख से ज्यादा भारतीय वहां हैं। वे सब अपनी अलग पहचान बनाए हुए हैं। वहां इंदौरी लोगों का अलग संगठन इंदौर इंटरनेशनल बिजनेस है। उन्होंने वहां अपनी अलग साख बना रखी है। 14 जुलाई को इंवेस्ट इन मध्यप्रदेश के माध्यम से बिजनेस फोरम का आयोजन हुआ। 30 से ज्यादा राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ वन-टू-वन मीटिंग की।