बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर के सोशल मीडिया पर कई तरह की अफवाह चल रही थी. किसी ने पोस्ट किया कि एनडीए का एक बड़ा नेता इंडिया गठबंधन में लौटना चाहता है तो किसी ने कहा कि बिहार NDA का एक बड़ा नेता अपने लोगों से कह दिया है कि INDI गठबंधन को वोट करो. इन सभी पोस्ट में किसी ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का तो नाम नहीं लिया लेकिन इशारा उनके ही तरफ था. अब सवाल उठता है की अफवाह का बाजार गर्म कैसे हुआ. दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी के पटना रोड शो के बाद नीतीश कुमार बीमार पड़ गए थे. वह किसी भी चुनावी अभियान में भाग नहीं ले रहे थे. यहां तक कि नीतीश पीएम मोदी के नामांकन कार्यक्रम में भी नहीं पहुंचे थे. इसके बाद से यह कयास लगने लगा कि क्या एक बार फिर नीतीश कुमार पलटी मारेंगे लेकिन ऐसा दिखता हुआ नजर नहीं आ रहा है क्योंकि मुख्यमंत्री नीतीश एक बार फिर अपने रंग में लौट चुके हैं.
बिहार के सीएम नीतीश एक बार फिर अपने पुराने अंदाज में परिवारवाद के पिच पर लाल यादव को घेरा है. नीतीश कुमार परिवारवाद के मुद्दे पर लाल यादव को घेरते हुए थोड़े पर्सनल भी हो गए. दरअसल, शुक्रवार को हुए एक चुनावी जनसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने परिवारवाद के मुद्दे पर राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लाल यादव पर जमकर निशाना साधा. सीएम नीतीश ने शुक्रवार को मोतिहारी में हुई जनसभा के अपने संबोधन में कहा कि बताइए इतना कोई बच्चा पैदा करता है. एक बेटा के लिए 9- 9 बच्चे पैदा कर लिया और अब उसको नेता बनने के लिए दिन-रात लगे रहते हैं. नीतीश ने आगे कहा कि हम लोग भी राजनीति में है लेकिन हम लोग कभी भी अपने परिवार को आगे नहीं बढ़ाए उनको देखिए अपने बच्चों को राजनीति में आगे बढ़ाने के लिए हमेशा परेशान रहते हैं.
लोकसभा चुनाव 2024 में अगर बिहार की सियासत की बात करें तो एनडीए के सभी नेताओं के निशाने पर लालू यादव और उनका परिवार है. प्रधानमंत्री मोदी हो या बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार या फिर लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान या NDA के अन्य कोई नेता सब एक सुर में लालू यादव और उनके परिवार को भ्रष्टाचार एवं परिवारवाद के मुद्दे पर घेर रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हाजीपुर के चुनावी जनसभा में कहा था की राजद और कांग्रेस के नेता अपने बेटा- बेटी को सेट करने में लगे हुए हैं इनको बिहार और देश के विकास से कोई मतलब नहीं है.