बेंगलुरु के एक क्रिकेट स्टेडियम में हुई भगदड़ की घटना ने पूरे राज्य को हिला दिया है. इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए हैं. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक जताते हुए पीड़ित परिवारों के लिए प्रार्थना की.
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस मामले में उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं. न्यायमूर्ति माइकल कुन्नाह के नेतृत्व में एक व्यक्ति जांच आयोग का गठन किया गया है, जो पूरे मामले की तह तक जाएगा. साथ ही घटना को लेकर एफआईआर भी दर्ज कर ली गई है.
सरकार ने तत्काल प्रभाव से कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को उनके पद से हटा दिया है. इसमें एसीपी कब्बन पार्क, डीसीपी सेंट्रल जोन, एडीशनल कमिश्नर वेस्ट जोन, बेंगलुरु सिटी पुलिस कमिश्नर, स्टेशन हाउस मास्टर और कब्बन पार्क थाना प्रभारी शामिल हैं. इन सभी को निलंबित कर दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक पुलिस ने सुरक्षा कारण का हवाला देकर इस इवेंट को कराने से मना कर दिया था. साथ ही आरसीबी को 4 जून को इवेंट करने मना भी किया था. बावजूद इसके पुलिसकर्मियों को ही सस्पेंड कर दिया गया.
कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को उनके पद से हटाया
इसके अलावा आरसीबी, केएससीए और इवेंट आयोजित करने वाली डीएनए कंपनी के प्रतिनिधियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने साफ किया कि लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
3 जून को खेला गया था IPL फाइनल मुकाबला
बता दें, 3 जून को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में IPL का फाइनल खेला गया था. इसमें RCB ने पंजाब को हराकर पहली बार कप पर कब्जा कर लिया. इसका जश्न मनाने के लिए 4 जून को बेंगलुरु में विक्ट्री परेड का आयोजन किया गया. शाम को ये परेड कर्नाटक विधानसभा से स्टेडियम तक जानी थी. क्रिकेटर्स को देखने के लिए सड़कों पर लाखों की संख्या में लोग जमा हो गए. इस बीच स्टेडियम के बाहर भगदड़ मच गई थी. इसमें 11 लोगों ने जान गंवा दी. अब हादसे पर राजनीति और ब्लेमगेम लगातार जारी है.