उत्तर प्रदेश के बहराइच में हुई हिंसा को लेकर तनाव का माहौल है. इस हिंसा में मारे गए रामगोपाल मिश्रा के परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर हंगामा किया. जहां हिंसा हुई, वहां के एक अस्पताल और बाइक के शोरूम को आग के हवाले कर दिया. इतना ही नहीं घरों में भी तोड़फोड़ और आगजनी की गई. पूरे इलाके में पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया है. वहीं बहराइच हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उच्च अधिकारियों की बैठक बुला ली है.
सीएम योगी ने बैठक में दंगाइयों से सख्ती से निपटने के आदेश दिए. उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिए कि बवाल को लेकर अफवाह फैलाने वालों से सख्ती से निपटें. उन्होंने कहा कि आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जाए.
इससे पहले देर रात ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए कहा था कि माहौल खराब करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि उपद्रवियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. इसके साथ ही हिंसा के बाद प्रशासन ने मूर्ति विसर्जन का कार्यक्रम बंद करा दिया था, सीएम योगी ने मूर्ति विसर्जन को फिर से शुरू करने का भी आदेश दिया.
क्या है पूरा मामला?
13 अक्टूबर की शाम बहराइच के महसी तहसील के हरदी थाना क्षेत्र के महाराजगंज कस्बे में दुर्गा मूर्ति विसर्जन को लेकर शोभा यात्रा निकाली जा रही थी. यह यात्रा समुदाय विशेष के मोहल्ले से होकर गुजर रही थी. आरोप है कि इसी दौरान डीजे बजाने को लेकर दोनों समुदायों में हिंसक झड़प हो गई. इसी बीच कुछ लोगों ने छतों से पथराव करना शुरू कर दिया और जब इसका विरोध किया तो उन्होंने फायरिंग कर दी. इसी दौरान गोली रामगोपाल मिश्रा नामक युवक को लग गई.
DM-SP खुद इलाके में मौजूद
इस हिंसक झड़प में करीब 15 लोग घायल हो गए. उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने रामगोपाल मिश्रा को मृत घोषित कर दिया. रामगोपाल की मौत की खबर फैलते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. लोग लाठी-डंडों समेत सड़कों पर उतर आए. उन्होंने दुकान, शोरूम और घरों में तोड़फोड़ और आगजनी शुरू कर दी. भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा. पूरे इलाके में भारी पुलिस फोर्स तैनात है. खुद डीएम और एसपी प्रभावित इलाके में दौरा कर रहे हैं.
छह नामजद समेत 10 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज
मूर्ति विसर्जन के दौरान युवक की गोली मारकर हत्या करने के मामले में पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. यह एफआईआर महसी थाने में दर्ज हुई है. इसमें अब्दुल हमीद, सरफराज, फहीम, साहिर खान, ननकऊ और मारफ अली समेत 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है. इन छह नामजद के अलावा चार लोग अज्ञात हैं. अब तक पुलिस ने इस मामले में 30 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है.
बहराइच एसपी ने क्या बताया?
एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि अपनी जिम्मेदारी में लापरवाही बरतने को लेकर थाना प्रभारी और महसी चौकी प्रभारी को निलंबित किया गया है. पूरे घटनाक्रम की सघन जांच की जा रही है, किसी को भी बक्शा नहीं जाएगा. फिलहाल, बवाल करने वालों की धरपकड़ जारी है. 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है.