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MP: सिंगरौली में बोरवेल हादसे पर CM का एक्शन, 2 अधिकारी सस्पेंड, 3 साल की मासूम की हुई थी मौत

मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में खुले बोरवेल में गिरने से हुई तीन साल की बच्ची की मौत के मामले में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बड़ा एक्शन लेते हुए दो अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है. सोमवार की शाम को मासूम बच्ची गलती से बोरवेल में गिर गई थी और साढ़े पांच घंटे की मशक्कत के बाद उसे बाहर निकाला गया था, लेकिन अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था.

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अधिकारियों ने पहले कहा था कि बोरवेल 250 फीट से अधिक गहरा था और लड़की 25 फीट की गहराई पर फंस गई थी. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में सीएम यादव ने कहा कि जिला मुख्यालय से करीब 40 किमी दूर स्थित जनपद पंचायत चितरंगी के एक गांव में खुले बोरवेल में गिरने से लड़की की मौत हो गई.

सीएम मोहन यादव ने बोरवेल हादसे पर की कार्रवाई

न्यूज एजेंसी के मुताबिक, उन्होंने कहा, “इस बोरबेल के सत्यापन प्रमाण पत्र में लापरवाही बरतने वाले सिंगरौली के देवसर उपखंड के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में असिस्टेंट इंजीनियर और तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत चितरंगी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए हैं.”

खेलते-खेलते बोरवेल में गिर गई थी मासूम

उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी प्रशासनिक अधिकारियों को स्पष्ट किया है कि भविष्य में ऐसी अप्रिय घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो. इस घटना में जिस बच्ची की जान गई है, उसकी पहचान पिंटू साहू की बेटी सौम्या के रूप में हुई है, जोकि खेत में खेलते-खेलते खुले बोरवेल में गिर गई थी.

रीवा में 6 साल के मासूम की हुई थी मौत

इससे पहले भी मध्य प्रदेश में बच्चों के बोरवेल में गिरने की घटना सामने आ चुकी है. बीते अप्रैल महीने में रीवा में खेत में खेलने के दौरान 6 साल का मासूम मयंक बोरवेल में गिर गया था. उसे बाहर निकालने के लिए 40 घंटे तक लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया था लेकिन फिर भी उसकी जान नहीं बचाई जा सकी थी.

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