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Coal Scam: रानू साहू और सौम्या चौरसिया समेत 15 आरोपियों को 12 जुलाई तक भेजा गया जेल, कोर्ट में सूर्यकांत तिवारी ने दिखाया विक्ट्री साइन

छत्तीसगढ़ में कथित 500 करोड़ रुपए से अधिक के कोयला घोटाला मामले में सोमवार को कोर्ट में आरोपियों की पेशी हुई. पेशी में छत्तीसगढ़ कोयला घोटाला मामले में न्यायिक रिमांड पर चल रहे मास्टरमाइंड सूर्यकांत तिवारी, निलंबित IAS समीर बिश्नोई सहित 13 लोगों को कोर्ट में पेश किया गया. इसके साथ ही निलंबित IAS रानू साहू और सौम्या चौरसिया वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पेशी में शामिल हुईं. पेशी के बाद जज के चेंबर से बाहर निकलते समय सूर्यकांत तिवारी ने हंसते हुए विक्ट्री साइन मीडिया के कैमरों पर दिखाया. कोर्ट में दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद सभी आरोपियों को 12 जुलाई तक न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है. रायपुर के कोर्ट में फिर से 12 जुलाई को सभी आरोपी पेश होंगें.

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कोयला घोटाला मामले में जेल में बंद सौम्या चौरसिया की जमानत याचिका पर 27 जून को सुनवाई हुई थी. सुनवाई के बाद कोर्ट ने सौम्या चौरसिया की याचिका को खारिज कर दिया था. कांग्रेस सरकार में प्रभावशाली रही अफसर सौम्या चौरसिया को कोयला घोटाला और मनी लांड्रिंग केस में ED ने 2 दिसंबर 2022 को गिरफ्तार किया था. इसके बाद से सेंट्रल जेल रायपुर में बंद है. प्रदेश में भाजपा सरकार आने के बाद ED के प्रतिवेदन पर ACB और EOW की ओर से फिर से एफआईआर दर्ज की गई थी. इसके बाद EOW ने सौम्या चौरसिया को रिमांड पर लेकर पूछताछ भी की थी.

EOW ने स्पेशल कोर्ट में आवेदन पेश किया था जिसमें यह कहा गया था कि सौम्या चौरसिया को सूर्यकांत तिवारी के रिश्तेदार मनीष उपाध्याय और जय नामक व्यक्ति के जरिए 36 करोड रुपए पहुंचाए गए. यह पैसा अवैध रूप से लेवी के जरिए आया था. वहीं निलंबित IAS रानू साहू ने कोयला घोटाला मामले में कारोबारी सूर्यकांत तिवारी और उनके साथियों के द्वारा ट्रांसपोर्टरों से अवैध वसूली करने में मदद की थी. मदद के बदले में मिलने वाले पैसे से निलंबित IAS रानू साहू ने अपने भाई पीयूष साहू और अन्य रिश्तेदारों के नाम से कई चल और अचल संपत्तियां खरीदी है.

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