औरंगाबाद : बिहार के औरंगाबाद में एक होमगार्ड जवान की मौत शनिवार की देर रात सर्पदंश से हो गई. मृतक होमगार्ड जवान की पहचान देव प्रखंड के इसरौर पंचायत के कटैया गांव निवासी राजकिशोर प्रसाद के 26 वर्षीय पुत्र अमित कुमार के रूप में की गई है.अमित की मौत के बाद मां बाप के साथ साथ पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. क्योंकि अमित अपने मां बाप का इकलौता सहारा था.वह समाहरणालय स्थित डीएम कार्यालय में ही कार्यरत था. रविवार की सुबह सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने पहुंचे परिजनों ने बताया कि अमित शनिवार की रात जब खाना खाकर सोने गए तो उनके बिस्तर में ही कोबरा सांप छुपा था. सोने के दौरान ही उनकी उंगली में सांप ने डंस लिया. परिजन उन्हें लेकर मजह 20 मिनट में सदर अस्पताल औरंगाबाद पहुंचे.
लेकिन चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद स्थिति को गंभीर बताते हुए बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया. रेफर के बाद परिजन अमित को इलाज के लिए जमुहार स्थित नारायण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के लिए निकल गए. मगर वहां पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई.परिजनों ने सदर अस्पताल के चिकित्सक पर पर्याप्त मात्रा में एंटी वेनम नहीं लगाने के आरोप लगाया है और कहा कि अमित की मौत सदर अस्पताल के चिकित्सीय लापरवाही से हुई है. क्योंकि एंटी वेनम के दो डोज देने के बाद अतिरिक्त डोज न होने की बात बताकर रेफर किया गया था.परिजनों ने लापरवाह चिकित्सक पर कार्रवाई की मांग की है.
वही इस संबंध में सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ सुरेंद्र सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि होमगार्ड के जवान का सदर अस्पताल में समुचित इलाज किया गया. लेकिन परिजन उग्र हो गए और मारपीट पर उतारू हो गए. जिसके कारण चिकित्सक एवं कर्मियों को अपनी जन बचाने के लिए छुपना पड़ा. अगर ऐसी स्थिति होगी तो कोई भी कर्मी कैसे काम करेगा. फिलहाल परिजनों के द्वारा लगाए गए आरोप की जांच करवाई जायेगी.