कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर मिला… AAIB और NTSB समेत कई एजेंसियां कर रहीं प्लेन क्रैश की जांच

इससे पहले विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने केवल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) मिलने की पुष्टि की थी. अधिकारियों ने ब्लैक बॉक्स की बरामदगी की जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव पी.के. मिश्रा को दी, जो रविवार को अहमदाबाद पहुंचे थे. पीके मिश्रा ने क्रैश साइट का निरीक्षण किया और सिविल अस्पताल में जाकर घायलों से भी मुलाकात की.

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एयर इंडिया विमान हादसे की जांच कर रही टीम को कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) यानी ब्लैक बॉक्स मिल गया है. रविवार को अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की. यह खोज इस भीषण हादसे के कारणों का पता लगाने में निर्णायक साबित होगी, जिसमें अब तक 270 लोगों की मौत हो चुकी है. मृतकों में विमान में सवार 241 यात्री और क्रू के अलावा 29 लोग जमीन पर भी शामिल हैं.

इससे पहले विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने केवल फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) मिलने की पुष्टि की थी. अधिकारियों ने ब्लैक बॉक्स की बरामदगी की जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव पी.के. मिश्रा को दी, जो रविवार को अहमदाबाद पहुंचे थे. पीके मिश्रा ने क्रैश साइट का निरीक्षण किया और सिविल अस्पताल में जाकर घायलों से भी मुलाकात की.

उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता

पी.के. मिश्रा ने सर्किट हाउस में एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें केंद्र और राज्य सरकारों, AAIB और एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए. बैठक में राहत, बचाव और जांच कार्यों की प्रगति पर विस्तार से चर्चा की गई.

AAIB और अमेरिकी जांच एजेंसी कर रही जांच

रिलीज के मुताबिक, AAIB ने इस दुर्घटना की विस्तृत जांच शुरू कर दी है. साथ ही, विमान अमेरिकी निर्मित होने के कारण अमेरिकी राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB) भी अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के तहत समानांतर जांच कर रहा हैरिलीज में कहा गया, ‘अधिकारियों ने डॉ. मिश्रा को पुष्टि की कि विमान का फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) दोनों बरामद कर लिए गए हैं.’ इससे अब जांचकर्ताओं के लिए दुर्घटना के कारणों का पता लगाना अपेक्षाकृत आसान हो जाएगा.

रिलीज में कहा गया, ‘अधिकारियों ने डॉ. मिश्रा को पुष्टि की कि विमान का फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) दोनों बरामद कर लिए गए हैं.’ इससे अब जांचकर्ताओं के लिए दुर्घटना के कारणों का पता लगाना अपेक्षाकृत आसान हो जाएगा.

लंदन जाने वाली एयर इंडिया फ्लाइट AI-171 (बोइंग 787-8) सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही क्षण बाद मेघाणीनगर स्थित मेडिकल कॉलेज परिसर पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. हादसे में पांच एमबीबीएस छात्र समेत 29 लोग जमीन पर भी मारे गए थे

पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद का भरो

पी.के. मिश्रा ने बी.जे. मेडिकल कॉलेज, मेघाणीनगर के पास दुर्घटना स्थल का निरीक्षण किया और अधिकारियों से घटनाक्रम और राहत कार्यों की जानकारी ली. सिविल अस्पताल में उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की और डीएनए सैंपल मैचिंग का जायजा लिया. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद दी जाए और पूरी प्रक्रिया सहज और संवेदनशील तरीके से पूरी की जा

 

उन्होंने घायलों से भी बातचीत की और अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिया कि उनका इलाज प्राथमिकता के आधार पर किया जाए. पी.के. मिश्रा ने कहा, ‘यह बहुत दुखद हादसा है. सभी लोग शोक में डूबे हैं. ऐसे में पीड़ित परिवारों का दुख बांटना और उनके प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करना हमारा कर्तव्य है.

तेजी से पूरी की जाए डीएनए सैंपलिंग की प्रक्रिया’

गांधीनगर स्थित फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) में भी उन्होंने डीएनए सैंपलिंग प्रक्रिया की समीक्षा की और निर्देश दिए कि वैज्ञानिक सटीकता बनाए रखते हुए पहचान की प्रक्रिया तेजी से पूरी की जाए. उन्होंने यह भी दोहराया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता देने और सभी संबंधित एजेंसियों के बीच कोऑर्डिनेशन सुनिश्चित करने का संकल्प व्यक्त किया है. इस दौरान पी.के. मिश्रा के साथ प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के सलाहकार तरुण कपूर और डिप्टी सेक्रेटरी मंगेश घिल्डियाल भी मौजूद रहे.

 

 

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