भोपाल: मध्य प्रदेश में तेज ठंड के साथ कोहरे और धुंध का दौर जारी है. इस बार ठंड ने नवंबर महीने में पिछले 25 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. बीती रात पचमढ़ी में इस मौसम की सबसे ठंड रात रही. यहां का पारा 5.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. हालांकि, बादलों, कोहरे और धुंध के कारण कई शहरों के न्यूनतम तापमान में बढ़ोत्तरी हुई है. जबकि पचमढ़ी, भोपाल, बैतूल, जबलपुर और राजगढ़ समेत कुछ शहरों में लगातार न्यूनतम तापमान में गिरावट हो रही है.
9 शहरों का तापमान 10 डिग्री से नीचे
भोपाल के मौसम वैज्ञानिकों ने बताया, “अमूमन नवंबर महीने में इतनी ठंड नहीं पड़ती है, लेकिन इस बार नवंबर महीने में ही पारा 10 डिग्री से नीचे आ गया है. भोपाल में 9.6 डिग्री, पचमढ़ी में 5.6 डिग्री, राजगढ़ में 9.6 डिग्री, जबलपुर में 9.9 डिग्री, मंडला में 7.8 डिग्री, नौगांव में 9.7 डिग्री, उमरिया में 9.3 डिग्री और मलाजखंड में पारा 9.7 डिग्री तक पहुंच चुका है.” मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बार पिछले साल से अधिक ठंड पड़ेगी. इससे पहले 1999 में नवंबर के महीने में मध्यप्रदेश में इतनी ठंड पड़ी थी.
न्यूनतम तापमान में होगी गिरावट
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया, ” पश्चिम विक्षोभ के असर से उत्तर भारत के पहाड़ों पर बर्फबारी होने के आसार हैं. पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने के बाद न्यूनतम तापमान में और गिरावट होने के आसार हैं. वर्तमान में देश के पश्चिमोत्तर क्षेत्र में जेट स्ट्रीम (12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर पश्चिम से पूर्व की तरफ 230 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से हवाओं का चलना) बना हुआ है. पाकिस्तान के आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ द्रोणिका के रूप में बना हुआ है. बंगाल की खाड़ी में गहरा कम दबाव का क्षेत्र बन गया है. इसके सोमवार को अवदाब के क्षेत्र में परिवर्तित होने की संभावना है.”
जेट स्ट्रीम का प्रभाव कम
मौस वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया, ” जेट स्ट्रीम का प्रभाव कुछ कम हुआ है. हवाओं का रुख उत्तरी बना हुआ है. उत्तर भारत की ओर से आ रही सर्द हवाओं के कारण मध्य प्रदेश में अच्छी ठंड पड़ रही है. मौसम का इस तरह का मिजाज अभी बना रहने की संभावना है. पश्चिमी विक्षोभ के असर से उत्तर भारत के पहाड़ों पर बर्फबारी भी होगी. पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने के बाद रात के तापमान में और गिरावट आने के आसार हैं.”