कलेक्टर रोहित व्यास ने आज कलेक्टरेट सभाकक्ष में जनपद पंचायत और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के आधिकारियों की बैठक लेकर उनके कार्यक्षेत्र में संचालित विकासकार्यों की विस्तृत समीक्षा की। इस अवसर पर उन्होंने सभी विकासकार्यों को गुणवत्ता के साथ निर्धारित समयसीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री अभिषेक कुमार भी मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देश दिए हैं कि यदि माइक्रोफाइनेंस कंपनियां ऋण वसूली के दौरान स्व-सहायता समूहों को अनावश्यक रूप से परेशान करती हैं तो उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
बैठक के दौरान कलेक्टर व्यास ने स्वच्छता कार्यों पर विशेष जोर देते हुए कहा कि स्वच्छता अभियान से संबंधित सभी गतिविधियों को समय पर और प्रभावी ढंग से पूर्ण किया जाए। उन्होंने अधिकारियों से सामुदायिक शौचालयों के निर्माण, सेग्रीगेशन शेड की प्रगति, डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट, तरल आअपशिष्ट प्रबंधन और स्वच्छता श्रमदान की स्थिति की विस्तार से जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने जिन ग्रामों में डोर टू डोर कचरा संग्रहण का कार्य सुचारू रूप से संचालित नहीं हो रहा है, वहां पर जल्द सुधार लाने के निर्देश भी दिए हैं। इसके साथ ही कलेक्टर ने ग्रामों में एक पलायन पंजी बनाने के निर्देश ताकि, गावों से बाहर अन्य राज्यों में जाकर काम करने वालों की वास्तविक जानकारी उपलब्ध रहे। कलेक्टर ने किसी भी प्रकार की शिकायत पर त्वरित संज्ञान लेते हुए उस पर आवश्यक कार्यवाही करने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने अधिकारियों को लोन रिकवरी रेट को संतुलित रखते हुए अधिक से अधिक पात्र ग्रामीणों को ऋण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए, ताकि रोजगार के अवसर बढ़ें और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिले। उन्होंने ग्रामीण लघु एवं कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। बैठक में डिप्टी कलेक्टर समीर बड़ा, जनपद पंचायतों के सीईओ सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर रोहित व्यास ने जनपद पंचायत और एनआरएलएम विभाग की ली समीक्षा बैठक

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