मशीन गन, बुलेटप्रूफ जैकेट वाले कमांडो… चिनाब पुल से जाने वाली वंदे भारत में होगी ऐसी सिक्योरिटी!

Katra-Srinagar Vande Bharat Train: वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन से अब कटरा से श्रीनगर तक की दूरी को महज 3 घंटे की रह गई है, जो पहले सड़क मार्ग से तय करने में 6-7 घंटे थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (शुक्रवार) चिनाब ब्रिज और अंजनी पुल का उद्घाटन किया. साथ ही, उन्होंने कटरा-श्रीनगर वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई. जम्मू-कश्मीर के बीच ट्रेन में यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष रूप से स्पेशल ट्रेंड कमांडो तैनात किए गए हैं.

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यह फैसला क्षेत्र में हाल के आतंकी हमलों और सुरक्षा चुनौतियों को देखते हुए उठाया गया है. 6 जून 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कटरा से श्रीनगर के बीच पहली वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के बाद यह रेल सेवा शुरू हुई, जो 272 किलोमीटर लंबे उद्धमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (USBRL) का हिस्सा है.

वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत के साथ, जम्मू-कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने का एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है. हालांकि क्षेत्र की संवेदनशील स्थिति को देखते हुए, खासतौर पर 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. पहलगाम हमले के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमले किए थे, जिससे क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया था.

सुरक्षा के लिए ट्रेन में स्पेशल कमांडो तैनात
इन परिस्थितियों को देखते हुए, जम्मू से कश्मीर के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में यात्रियों की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए स्पेशली ट्रेंड कमांडो तैनात किए गए हैं.

प्रत्येक कोच में दो-दो कमांडो की तैनाती की गई है, जो अत्याधुनिक हथियारों, बुलेटप्रूफ जैकेट, हेलमेट और अन्य हाईटेक गैजेट्स से लैस हैं. ताकि यात्रियों में सुरक्षा का विश्वास बढ़े और कश्मीर घाटी की यात्रा के दौरान उन्हें किसी भी तरह का डर न रहे.

सुरक्षा बलों का संयुक्त अभ्यास
हाल ही में 16 अप्रैल, 2025 को NSG ने जम्मू-कश्मीर पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के साथ मिलकर कटरा रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन सुरक्षा अभ्यास (Train Intervention Exercise) किया था. इस अभ्यास का उद्देश्य आतंकी खतरों से निपटने के लिए सुरक्षा बलों के बीच समन्वय और तत्परता को बढ़ाना था. NSG की इस पहल ने रेलवे और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर संभावित आतंकी गतिविधियों को रोकने की रणनीति को मजबूत किया है.

ट्रेन की हाईटेक सुविधाएं
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यह ट्रेन हिमालय की कठिन परिस्थितियों, जैसे -20 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान में भी सुचारू रूप से चलने के लिए डिज़ाइन की गई है. इसमें ऑटोमेटिक दरवाजे, हीटिंग सिस्टम और एंटी-स्पॉल लेयर जैसी हाई टेक सुविधाएं हैं. सुरक्षा के लिहाज से, ट्रेन में यात्रियों की जांच और अन्य सुरक्षा प्रोटोकॉल को भी लागू किया गया है.

प्रमुख स्टेशनों पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था
रेलवे बोर्ड ने कटरा, रियासी, संगलदान, बानिहाल, काजीगुंड, अनंतनाग और श्रीनगर जैसे प्रमुख स्टेशनों पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था की है. यह ट्रेन न केवल कनेक्टिविटी को बढ़ावा देगी, बल्कि पर्यटन और व्यापार को भी प्रोत्साहित करेगी. हालांकि, सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए, रेलवे और सुरक्षा एजेंसियां हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं.

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