मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता का मंच एक बार फिर से भारत में सजा है और इस बार इसका आयोजन हैदराबाद में हो रहा है. आज (31 मई 2025) इसका ग्रांड फिनाले आयोजित किया जा रहा है. इससे पहले 72वीं मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में हिस्सा लेने आईं मिस इंग्लैंड ने कई आरोप लगाते हुए प्रतियोगिता बीच में ही छोड़ दी और इंग्लैंड लौट गईं. इसको लेकर मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता एक बार फिर विवादों में घिर गई है. वैसे ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता के आयोजन के साथ ही इसका विवादों से गहरा नाता रहा है. कभी पैगम्बर मोहम्मद साहब पर टिप्पणी को लेकर तो कभी सड़क पर महिलाओं के प्रदर्शन के कारण इसके विवाद चर्चा में रहे हैं. आइए जान लेते हैं इससे जुड़े विवादों की कहानी.
मिस इंग्लैंड ने लगाया आरोप
दरअसल, मिस इंग्लैंड मिला मैगी मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए सात मई को हैदराबाद आई थीं पर नैतिकता का हवाला देते हुए उन्होंने बीच में ही इसे छोड़ने का फैसला किया. उन्होंने आरोप लगाया है कि उन पर अधेड़ उम्र के लोगों के साथ सोशलाइज करने का दबाव बनाया गया. यह भी कहा कि उन्हें शोषण का सामना करना पड़ा और दिन भर मेकअप कर गाउन पहन कर रहने को कहा गया. उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि उन्हें इस प्रतियोगिता में किसी वेश्या की तरह महसूस कराया गया. उनके प्रतियोगिता छोड़ने के बाद उनकी रिप्लेसमेंट के रूप में मिस इंग्लैंड रनर अप Charlotte Grant इसमें हिस्सा लेने हैदराबाद पहुंचीं.
नाइजीरिया में भड़क उठे थे दंगे
इससे पहले 22 नवंबर 2002 को मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता का आयोजन नाइजीरिया में कराने का निर्णय लिया गया था पर मुस्लिम और ईसाई आबादी वाले इस देश में प्रतियोगिता को लेकर विवाद हो गया. कट्टर मुसलमान इस प्रतियोगिता के विरोध में उतर आए. उनका मानना था कि इस आयोजन से अश्वलीलता को बढ़ावा मिलेगा. इसी बीच वहां के एक अखबार दिसडे ने इसियोमा डैनियल नाम की एक जर्नलिस्ट की एक रिपोर्ट प्रकाशित कर दी. इसमें उन्होंने लिखा था कि अगर पैगंबर मोहम्मद साहब इस प्रतियोगिता को देखते तो वह भी इसे मान्यता दे देते. यही नहीं, वह मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाली किसी एक हसीना को अपनी शरीक-ए-हयात चुनते.
इसके छपते ही नाइजीरिया के मुस्लिमों ने न्यूजपेपर के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया. फिर उनका गुस्सा नहीं थमा और डेनियल के कत्ल का फतवा जारी कर दिया गया. फिर भी प्रदर्शन उग्र होता गया और हिंसा भड़क गई. मुसलमान और ईसाई आपस में ही भिड़ गए. जानमाल का काफी नुकसान हुआ. तीन दिनों तक चली भारी हिंसा में 200 से ज्यादा की जान चली गई थी. इसके बाद प्रतियोगिता का आयोजन यूनाइटेड किंगडम में हुआ था, जिसमें एक और मुस्लिम देश तुर्की की अजरा अकीन ने बाजी मारी थी.
पहले आयोजन से ही शुरू हो गया था विवाद
मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता की नींव साल 1951 में एरिक मार्ले ने रखी थी. उन्होंने ऐसी सौंदर्य प्रतियोगिता शुरू की, जिसमें पूरी दुनिया की हसीनाएं हिस्सा ले सकें. इसमें तब 30 प्रतिभागी शामिल हुई थीं. इसका नाम तब फेस्टिवल बिकिनी कॉन्टेस्ट था. तब यह कॉन्टेस्ट फेस्टिवल ऑफ ब्रिटेन का ही एक छोटा सा हिस्सा था. लंदन के फेस्टिवल ऑफ ब्रिटेन में भीड़ बढ़ाने के लिए इसे शुरू किया गया था पर तभी इस पर विवाद शुरू हो गया था. दुनिया भर के सामने महिलाओं को बिकिनी पहनाने के इसकी आलोचना की गई थी. पोप ने भी इसको गलत करार दिया था. हालांकि, इस पहली प्रतियोगिता में स्वीडन की किकी हाकनसन जीती थीं.
महिलाओं को ऑब्जेक्ट के रूप में दिखाने का आरोप
यह 60 के दशक की बात है. इस प्रतियोगिता की एक बार फिर यह कहकर आलोचना की जाने लगीं कि महिलाओं को इस प्रतियोगिता में एक ऑब्जेक्ट के रूप में दिखाया जा रहा है. इसके खिलाफ महिलाएं सड़कों पर उतर आई थीं. यही नहीं, महिलाओं के एक समूह ने 1970 के इवेंट में बम भी फेंके थे. तब इस प्रतियोगिता का इवेंट ब्रिटेन के रॉयल अल्बर्ट हॉल में चल रहा था.
ब्रिटेन की महिला मुक्ति आंदोलन की करीब 60 कार्यकर्ता 20 नवंबर 1970 की शाम इवेंट में पहुंच गईं. उन्होंने तब के सह आयोजक बॉब होप पर आटे के बम और सड़े फल फेंके थे. इसी साल पहली बार एक अश्वेत जेनिफर हॉस्टन ने इसका ताज अपने सिर पर सजाया था.
इनसे छीना गया मिस वर्ल्ड का ताज
साल 1973 में पहली बार अमेरिकी महिला मार्जरी वैलेस ने मिस वर्ल्ड का खिताब जीता था. इसके साथ ही वह विवादों में आ गईं. एक फुटबॉलर और मार्जरी वैलेस के किसिंग सीन अखबारों में छपने की बात कही गई. इस पर मिस वर्ल्ड का खिताब मार्जरी से छीन लिया गया. मार्जरी वैलेस मिस वर्ल्ड जीतने वाली पहली अमेरिकी महिला के साथ ही गंवाने वाली पहली अमेरिकी महिला भी बन गईं.
अगले ही साल 1974 में मिस वर्ल्ड का ताज इंग्लैंड की हेलेन मॉर्गन को मिला पर चार दिन बाद ही वापस ले लिया गया, क्योंकि पता चला था कि वह पहले से शादीशुदा हैं. तलाकशुदा हेलेन के एक बच्चा भी था. इसी तरह से जर्मनी की जैब्रीला बर्म ने मिस वर्ल्ड का खिताब यह कहकर 18 घंटे बाद ही लौटा दिया था कि उनके बॉयफ्रेंड को यह पसंद नहीं. वैसे मीडिया रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि जैब्रीला की कुछ न्यूड फोटो एक मैग्जीन में छपी हैं. इसीलिए उन्होंने यह खिताब लौटाया था.