छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां की नवनिर्वाचित महापौर ने एक नहीं बल्कि दो बार अपने पद और गोपनीयता की शपथ ली. दरअसल, नवनिर्वाचित महापौर पूजा विधानी शपथ ले रही थी. इसी दौरान उन्होंने गलती से ‘संप्रभुता’ की जगह गलती से ‘सांप्रदायिकता’ बोल दिया है, जिसके बाद उन्हें दोबारा शपथ दिलाई गई है. राज्य में हाल ही में हुए नगरीय निकाय चुनावों के नतीजे 15 फरवरी को घोषित किए गए है.
बिलासपुर शहर के मुंगेली नाका मैदान में शुक्रवार को नगर निगम के 70 पार्षदों और मेयर का शपथ समारोह था. इस दौरान समारोह में उपमुख्यमंत्री अरुण साव और केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू अतिथि के रूप में मौजूद थे. साथ ही बिलासपुर के जिलाधिकारी अवनीश कुमार शरण भी कार्यक्रम में शामिल थे, जिन्होंने सभी पार्षदों और मेयर को पद की शपथ दिलाई. हालांकि, इस बीच कुछ ऐसा हुआ है कि मेयर को एक नहीं बल्कि दो बार शपथ दिलानी पड़ी.
संप्रभुता की जगह सांप्रदायिकता बोला
शपथ लेते समय भाजपा नेता और नवनिर्वाचित मेयर पूजा विधानी ने कहा कि ‘मैं भारत की सांप्रदायिकता तथा अखंडता अक्षुण्ण रखूंगी’. शपथ ग्रहण में सांप्रदायिकता जैसे शब्द को सुनते ही पूरे परिसर में हड़कंप मच गया. इस बीच जिलाधिकारी ने हस्तक्षेप कर उन्हें सुधारने की कोशिश की, लेकिन तक तक उन्होंने शपथ पूरी कर ली थी. इसके कुछ मिनटों बाद जिलाधिकारी ने उन्हें दोबारा शपथ दिलाई, जिसमें संप्रभुता अक्षुण्ण रखने की बात कहीं गई.
बिलासपुर मेयर पूजा विधानी
राज्य में 11 फरवरी को नगर निकाय के चुनाव हुए थे, जिसमें ज्यादातर सीटों पर बीजेपी के प्रत्याशियों की जीत हुई है. नगर निगम चुनाव का रिजल्ट 15 फरवरी को आया था. सत्तारूढ़ बीजेपी ने उन सभी 10 नगर निगमों में मेयर के पद पर जीत हासिल की है, जहां चुनाव हुए थे. इनमें से ही एक बिलासपुर महापौर की सीट यहां से बीजेपी की पूजा विधानी ने कांग्रेस के प्रत्याशी प्रमोद नायक को हराया.