दाढ़ी-मूंछ रखने पर 80 कामगारों को कंपनी ने बाहर निकाला, मजदूरों ने किया धरना प्रदर्शन, DC ने दिए जांच के आदेश

1 मई को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के रूप में मनाया जाता है. इसका उदेश्य दुनिया भर में श्रमिकों के योगदान और उनकी उपलब्धियों को पहचानने दिलाने के साथ उनके अधिकारों और अवसरों को बढ़ावा देना है. लेकिन हिमाचल से एक मामला सामने आया है, जहां एक कंपनी ने एक साथ 80 श्रमिकों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. वहीं, इसकी वजह सुनकर आप भी चौंक जाएंगे. इन मजदूरों की गलती बस इतनी थी कि उन्होंने दाढ़ी मूंछ रखा था.

जी हां ये अजीबो गरीब वाकया हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले का है. जहां औद्योगिक क्षेत्र परवाणु में एक कंपनी ने दाढ़ी मूंछ रखने पर करीब 80 कामगार को बाहर निकाल दिया. बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले भी इस बात को लेकर कामगार धरने पर बैठे थे. जानकारी के अनुसार सोलन के औद्योगिक क्षेत्र परवाणु में दाढ़ी मूंछ रखने पर एक कंपनी ने 80 कामगारों को काम से निकाल दिया है. पीड़ित कामगारों का कहना है कि दाढ़ी-मूंछ काटने के बाद भी, उन्हें काम पर नहीं रखा जा रहा है. कुछ दिन पहले भी इन कामगारों को उद्योग में प्रवेश करने पर रोक लगा दी गई थी. कामगारों के अनुसार प्रबंधन ने दाढ़ी-मूंछ साफ करने पर ही प्रवेश देने की शर्त रखी.

वहीं, मामले में कंपनी प्रबंधन ने पहले तो बात करने से मना कर दिया. लेकिन जब कामगारों ने कंपनी के बाहर धरना दिया तो प्रबंधन श्रमिकों से बात करने को राजी हुआ. जिस पर प्रबंधन ने उन्हें दाढ़ी मूंछ काटकर आने को कहा. हालांकि, पहले तो कामगारों ने इसका विरोध किया. लेकिन बाद में शर्त मान ली. इसके बावजूद मजदूरों काम पर नहीं रखा जा रहा है. बीते मंगलवार को भी कामगारों ने धरना दिया और लिखित शिकायत श्रम आयुक्त, डीसी सोलन और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को भेजी. वहीं, मामले की सूचना मिलने पर परवाणु लेबर इंस्पेक्टर ललित ठाकुर ने कंपनी का दौरा किया और प्रबंधन और श्रमिक दोनों पक्षों को सुना.

वही, मामले का डीसी सोलन मनमोहन शर्मा ने भी संज्ञान लिया है. उन्होंने कहा कि उन्हें खबर मिली है कि परवाणु में एक उद्योग में दाढ़ी मूंछ रखने पर 80 कामगारों को निकालने का मामला सामने आया है. इस बारे में जानकारी जुटाई जा रही है. इसको लेकर जांच के आदेश दिए गए हैं. यदि इस तरह का वाकया उद्योग में हुआ होगा तो नियमानुसार उद्योग पर कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल मामले की जानकारी जुटाई जा रही है कि आखिर इस तरह का कदम कंपनी ने क्यों उठाया है?

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