छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रामविचार नेताम के खिलाफ फर्जी लेटर के जरिए PMO में शिकायत की गई है। आरोपियों ने करीब 80-90 जगह फर्जी लेटर पैड में शिकायत भेजकर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। उन्होंने महाराष्ट्र के एक हिंदू संगठन के नेता के नाम का फर्जी लेटर पैड इस्तेमाल किया था।
बीजेपी नेताओं को जब इस फर्जीवाड़ा का पता चला, तो भाजपा नेता राहुल हरितवाल ने 1 अगस्त को थाने में शिकायत दर्ज करवाई। इस मामले में पुलिस ने दो-तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। मामला राखी थाना क्षेत्र का है।
जानिए क्या है पूरा मामला
भाजपा नेता राहुल हरितवाल के शिकायत के अनुसार, 29 अप्रैल 2025 को डाक से प्रधानमंत्री कार्यालय, राष्ट्रपति और अन्य संस्थानों को 80-90 शिकायतें भेजी गईं। यह शिकायत महाराष्ट्र की राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रांत संघचालक सुनील घनवट के फर्जी लेटरपैड और हस्ताक्षर के साथ भेजी गई थी।
जब राहुल हरितवाल ने इन शिकायतों की सच्चाई जानने के लिए सुनील घनवट से संपर्क किया, तो उन्होंने ऐसी कोई भी शिकायत देने की बात से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने पुणे पुलिस में इसकी लिखित शिकायत भी दर्ज कराई।
कोरबा के डाकघर से भेजी गई शिकायतें
शिकायतकर्ता का कहना है कि, जांच में सामने आया कि ये शिकायतें कोरबा के हसदेव उप डाकघर से भेजी गई थीं। दो युवक बाइक से आकर डाकघर में रजिस्टर्ड डाक के जरिए यह पत्र पोस्ट कर गए थे। मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपियों की पहचान मोहन मिरी और कमल वर्मा के रूप में हुई है।
शिकायतकर्ता का कहना है कि ये मंत्री को बदनाम करने की संगठित साजिश है। इस मामले की गंभीरता से जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त एक्शन होनी चाहिए।
3 संदिग्ध पुलिस की हिरासत में
इस मामले में राखी पुलिस ने तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इनसे पूछताछ कर पूरे मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ BNS की धारा 318,319 और 336 के तहत मामला दर्ज किया है। यह धारा धोखाधड़ी और जानबूझकर झूठे दस्तावेज बनाने से जुड़ी हैं।