मंडला में कंप्यूटर बाबा ने जनसंपर्क कर लोगों से गौमाता न्याय यात्रा के लिए सहयोग मांगा। यह यात्रा 7 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक चलेगी, जो नर्मदापुरम से भोपाल तक निकाली जाएगी।
कंप्यूटर बाबा ने इस दौरान लोगों से मुलाकात की और बताया कि यात्रा का उद्देश्य गौमाता की रक्षा और गौवंश से जुड़े मुद्दों पर समाज को जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि गौमाता भारतीय संस्कृति और आस्था का प्रतीक हैं, लेकिन वर्तमान समय में उनकी स्थिति चिंता का विषय बन गई है। इस यात्रा के माध्यम से सरकार और समाज दोनों को संदेश दिया जाएगा कि गौवंश की रक्षा करना सभी की जिम्मेदारी है।
उन्होंने जनसभा में कहा कि गौमाता को न्याय दिलाने के लिए यह आंदोलन केवल धार्मिक नहीं बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक पहल है। कंप्यूटर बाबा ने स्थानीय लोगों से आर्थिक सहयोग भी मांगा ताकि यात्रा को सफलतापूर्वक संपन्न किया जा सके। उन्होंने विश्वास जताया कि समाज से मिलने वाला समर्थन इस यात्रा को ऐतिहासिक बनाएगा।
गौमाता न्याय यात्रा के दौरान कई जिलों से होकर निकलते हुए बड़ी संख्या में साधु-संत और आम लोग शामिल होंगे। यात्रा में गौशालाओं की स्थिति, गौवंश के संरक्षण और अवैध वध पर रोक जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाया जाएगा।
कंप्यूटर बाबा ने कहा कि यह यात्रा सिर्फ भोपाल तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि आगे भी पूरे प्रदेश में गौमाता की रक्षा के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। उनका कहना है कि जब तक गौवंश को सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन नहीं मिलेगा, तब तक भारतीय संस्कृति की आत्मा अधूरी रहेगी।
मंडला में लोगों ने कंप्यूटर बाबा के आह्वान पर सहयोग देने का आश्वासन दिया और यात्रा में शामिल होने का संकल्प लिया। यह यात्रा प्रदेश में गौसंरक्षण के लिए एक बड़ा जनआंदोलन बनने की ओर अग्रसर मानी जा रही है।