छत्तीसगढ़ के धमतरी में ई-रिक्शा और ऑटो चालकों के बीच गंभीर विवाद सामने आया है। बस स्टैंड पर स्थान को लेकर दोनों पक्षों में तनाव की स्थिति बन गई। इस विवाद के चलते सैकड़ों ई-रिक्शा की सेवाएं कई घंटों तक बाधित रहीं, जिससे यात्रियों को घंटों परेशानी का सामना करना पड़ा।
ई-रिक्शा चालकों ने ऑटो चालकों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि ऑटो चालक उन्हें सवारी नहीं उठाने दे रहे हैं। साथ ही चाकू दिखाकर धमकी देने का भी आरोप लगाया गया है।
प्रशासन ने दी समझाइश, सेवाएं बहाल
स्थिति को संभालने के लिए तहसीलदार सूरज बंछोर, नगर निगम की टीम और यातायात पुलिस मौके पर पहुंची। अधिकारियों ने दोनों पक्षों को समझाइश दी और ई-रिक्शा चालकों को बस स्टैंड में अलग स्थान देने का आश्वासन दिया। प्रशासन की इस पहल के बाद मामला शांत हुआ और ई-रिक्शा चालकों ने सेवाएं फिर से शुरू कर दीं।
पुरानी कृषि उपज मंडी में जुटे ई-रिक्शा चालक
शनिवार सुबह ई-रिक्शा चालक बड़ी संख्या में पुराने कृषि उपज मंडी में एकत्रित हो गए थे। उनकी मांग थी कि बस स्टैंड क्षेत्र में उन्हें भी उचित स्थान दिया जाए, जैसे ऑटो चालकों को दिया गया है। चालक सलीम खान ने कहा कि बस स्टैंड में पर्याप्त जगह है, लेकिन ऑटो चालक जबरन ई-रिक्शा को वहां से भगा देते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पहले इस मुद्दे को लेकर कलेक्ट्रेट का घेराव भी किया गया था, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।
रोजी-रोटी पर संकट का आरोप
ई-रिक्शा चालक पिंकी गायकवाड ने बताया कि कई चालक लोन लेकर ई-रिक्शा खरीदे हैं और यही उनकी रोज़ी-रोटी का जरिया है। लेकिन ऑटो चालक न सिर्फ सवारी उठाने से रोकते हैं, बल्कि गाली-गलौज और धमकियां भी देते हैं। इससे आर्थिक संकट गहराता जा रहा है।
प्रशासन का आश्वासन
तहसीलदार सूरज बंछोर ने कहा कि ई-रिक्शा और ऑटो चालकों के बीच वाहनों के खड़े होने को लेकर विवाद की स्थिति थी। दोनों पक्षों को समझाइश दी गई है। अब बस स्टैंड पर दोनों के लिए अलग-अलग स्थान निर्धारित किए जाएंगे ताकि भविष्य में ऐसा विवाद न हो। इसके साथ ही प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि 18 वर्ष से कम उम्र के किसी भी व्यक्ति को ई-रिक्शा चलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।