छत्तीसगढ़ की मस्जिदों में इस बार स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराया जाएगा। यह आदेश प्रदेश के सभी मुतवल्लियों को छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज ने 11 अगस्त को जारी किया था। अब इस निर्देश पर विवाद शुरू हो गया है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि, बीजेपी में शामिल मुस्लिम नेता प्रदेश में रहने वाले मुसलमानों पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। इस तरह का आदेश गलत है। वहीं, मुस्लिम समुदाय के शहर काजी भी वक्फ बोर्ड के इस आदेश का विरोध कर रहे है। उनका कहना है कि, कुर्सी पर बैठकर कुछ भी आदेश निकाले जा रहे हैं। वक्फ बोर्ड ये मत सिखाए, किसे क्या करना है।
पहले पढ़िए निर्देश में क्या लिखा था ?
छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज द्वारा जारी निर्देश में लिखा गया है कि, 79वां स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रदेश की सभी मस्जिदों, मदरसों और दरगाहों के मेन गेट पर तिरंगा फहराया जाए। साथ ही डॉ. सलीम राज ने मुस्लिम समुदाय को राष्ट्रीय पर्व की गरिमा बनाए रखने की नसीहत दी है।
कुर्सी पर बैठकर इन्हें देश की आजादी याद आती- नायब काजी
छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के आदेश पर छत्तीसगढ़ नायब काजी मुफ्ती गुलाम किबरिया मिस्बाही साहब ने सवाल खड़ा किए है। उन्होंने कहा कि कुर्सी पर बैठकर ही इन्हें देश की आजादी याद आती है। क्या वक्फ बोर्ड के चेयरमेन का अधिकार है कि वो देश के आजादी के बारे में बताए।
हम अपने मदरसों में सिखाते है कि वतन से मोहब्बत करना ईमान है। हमारे अकादरिन का खून शामिल है। झंडा पहले से फहराया जा रहा है। वक्फ बोर्ड अध्यक्ष कभी मस्जिद, मदरसा और दरगाह जाते नहीं, तो उन्हें क्या पता चलेगा।
मुस्लिम समुदाय पर सवाल खड़ा करने वाला आदेश- सलाम रिजवी
कांग्रेस नेता सलाम रिजवी ने कहा कि, इस तरह का आदेश गलत है। मुस्लिम समुदाय के लोगों पर सवाल बीजेपी-आरएसएस में शामिल मुस्लिम खड़ा कर रहे हैं। पहले से ही मस्जिदों, मदरसों और दरगाहों में ध्वजारोहण किया जा रहा है।
खुद को सही साबित करने के लिए बीजेपी-आरएसस में शामिल मुस्लिम नेता बेतुकी बयान और आदेश जारी कर रहे हैं।
कट्टर पंथी और गद्दार कर रहे विरोध- डॉ. सलीम राज
छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने तिरंगा फहराने पर विवाद करने वालों को कट्टर पंथी और गद्दार बताया है। उन्होंने कहा कि, वक्फ बोर्ड के आदेश को प्रदेश के 85 प्रतिशत लोगों ने सहमति दी है। केवल 15 प्रतिशत लोग विरोध कर रहे हैं।
ये वहीं लोग है, जो कट्टरपंथी और गद्दार है। राष्ट्रीय पर्व मनाना और राष्ट्रीय ध्वज से प्रेम करना सभी कर्त्तव्य है। जो राष्ट्र और राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान नहीं करता, वो देशद्रोही है।