सरगुजा जिला कांग्रेस कमेटी ने नवनिर्वाचित महापौर मंजूषा भगत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस ने कलेक्ट्रेट चौक से कोतवाली थाने तक रैली निकाली। मंजूषा भगत के बयान को धार्मिक भेदभाव की भावना से परिपूर्ण बताते हुए FIR दर्ज करने की मांग की है।
मेयर मंजूषा भगत ने कहा था कि, वे नगर निगम की पहली हिंदू महापौर है। पदभार ग्रहण करने से पहले निगम का कुंभ से लाए गए गंगाजल से शुद्धिकरण कराएंगी। उन्होंने निगम के आयुक्त को कुर्सी-टेबल तक बदलने के निर्देश दिए थे।
कांग्रेस ने की FIR की मांग
कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहा कि, मंजूषा भगत का बयान अस्पृश्यता और धार्मिक भेदभाव की भावना से परिपूर्ण नफरती है। मीडिया के माध्यम से दिया गया यह सार्वजनिक बयान न केवल संविधान के अनुच्छेद 17 का उल्लंघन है। साथ ही भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 196, 197, 298, 302, 356(3)(4) के तहत दंडनीय होने के साथ ही एक जनप्रतिनिधि के आचरण के खिलाफ है।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश गुप्ता ने बताया कि थाना प्रभारी ने जांच के बाद कार्रवाई का लिखित आश्वासन दिया है।
मंजूषा भगत के बयान को लेकर विवाद
अंबिकापुर नगर निगम की नवनिर्वाचित महिला महापौर मंजूषा भगत ने कहा था कि, वे पदभार ग्रहण करने से पहले दफ्तर का शुद्धिकरण कराएंगी। 10 साल तक नगर निगम के साथ शहर को अशुद्ध किया गया।
मंजूषा भगत ने कहा कि मैं निगम की पहली हिंदू महापौर हूं। रीति-रिवाज के साथ शुद्ध कुर्सी पर बैठूंगी। मंजूषा भगत ने कहा कि वे गंगाजल लेकर आई हैं, कुर्सी पर बैठने से पहले नगर निगम में विशेष पूजा पाठ कराएंगी और निगम का शुद्धिकरण होगा।