प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विश्वकर्मा योजना के जरिए हमने श्रम से समृद्धि, कौशल से बेहतर कल का संकल्प लिया है. उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों की दलित विरोधी मानसिकता के चलते विश्वकर्मा समाज को आगे नहीं आने दिया. पीएम ने इस दौरान एक बार फिर गणपति पूजा का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर हमला किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विश्वकर्मा योजना के जरिए हमने श्रम से समृद्धि, कौशल से बेहतर कल का संकल्प लिया है. उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों की दलित विरोधी मानसिकता के चलते विश्वकर्मा समाज को आगे नहीं आने दिया. पीएम ने इस दौरान एक बार फिर गणपति पूजा का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर हमला किया.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछली सरकारों की दलित, पिछड़े विरोधी मानसिकता के चलते विश्वकर्मा समाज को कभी आगे नहीं आने दिया गया. पीएम मोदी ने कहा कि दुर्भाग्य से पिछले सत्तर साल में किसी भी सरकार ने ग्रामीण उद्योग और स्वदेशी पारंपरिक हुनर को आगे बढ़ाने या विश्वकर्मा समाज की समृद्धि के लिए काम नहीं किया. लेकिन पिछले एक साल में ही 8 लाख से ज्यादा कारीगरों को प्रशिक्षण दिया गया है. केवल महाराष्ट्र में 60 हजार से ज्यादा लोगों को ट्रेनिंग दी जा रही है.
गणपति को सलाखों के पीछे रखा- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस को तो गणपति पूजा से भी नफरत है. ये पूजा का भी विरोध करते हैं. तुष्टीकरण के लिए कुछ भी कर सकते हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार ने गणपति बप्पा को भी सलाखों के पीछे रखा. गणपति की जिस मूर्ति की लोग पूजा कर रहे थे, उसे पुलिस वैन में कैद करवा दिया. प्रधानमंत्री ने कहा- पूरा देश गणपति के इस अपमान से आक्रोशित है. उन्होंने कहा हैरत है कि कांग्रेस के सहयोगी भी खामोश हैं. पीएम ने कहा- लेकिन हमें हर हाल में परंपरा औऱ प्रगति के साथ खड़ा होना है.
स्वदेशी हुनर को सम्मानित करने का दिन
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने पीएम विश्वकर्मा की पहली वर्षगांठ मनाने के लिए महाराष्ट्र की वर्धा की धरती को चुना गया है. आज का दिन ऐतिहासिक है. आज के दिन 1932 में महात्मा गांधी जी ने अस्पृश्यता के खिलाफ अभियान शुरू किया था. इस ऐतिहासिक दिन पर स्वदेशी हुनर को सम्मानित करने के लिए फैसला लिया गया है. पीएम ने कहा कि महात्मा गांधी ने ग्रामीण उद्योग को बढ़ावा देने का संकल्प लिया था.
उन्होंने कहा कि अब तक 6.5 लाख से ज्यादा विश्वकर्मा बंधुओं को कारोबार के लिए आधुनिक उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं. इससे उनके काम काज की गुणवत्ता में सुधार हुआ है. उनकी कमाई बढ़ी है. लाभार्थियों को 15 हजार रुपये का ई-वाउचर दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि एक साल के भीतर विश्वकर्मा भाई-बहनों को 1,400 करोड़ रुपये का लोन दिया गया है.
पीएम मित्र पार्क भी शुरू
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज अमरावती में ‘पीएम मित्र पार्क’ की आधारशिला भी रखी गई है. मैं इस योजना से जुड़े सभी लोगों, देशभर के सभी लाभार्थियों को इस अवसर पर बधाई देता हूं. आज का भारत अपनी टेक्सटाइल इंडस्ट्री को वैश्विक बाजार में टॉप पर ले जाने के लिए काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि देश का लक्ष्य है- भारत की टेक्सटाइल सेक्टर के हजारों वर्ष पुराने गौरव को पुनर्स्थापित करना. अमरावती का ‘पीएम मित्र पार्क’ इसी दिशा में एक और बड़ा कदम है. उन्होंने कहा- हम देश भर में 7 पीएम मित्र पार्क स्थापित कर रहे हैं.
पीएम ने लाभार्थियों को दिये चेक
पीएम विश्वकर्मा योजना के एक साल पूरा होने के मौके पर 76 हजार लाभार्थियों को ऋण स्वीकृत किया गया. प्रधानमंत्री मोदी ने अपने हाथों से यहां उपस्थित अनेक लाभार्थियों को ऋण का चेक प्रदान किया. ये लाभार्थी अलग-अलग राज्यों से आए थे. ये लाभार्थी अलग-अलग कारोबार से ताल्लुक रखते हैं.
क्या है पीएम विश्वकर्मा योजना?
पिछले साल 17 सितंबर को पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की गई थी. इस योजना के तहत देश की 140 से अधिक विभिन्न जातियों के कारोबारियों को लाभ प्रदान करने के लिए शुरू की गई थी. इस योजना में 17 से ज्यादा शिल्पकार और परंपरागत कारीगर शामिल हैं. इन कारोबारियों को कम से कम ब्याज पर 3 लाख तक का लोन दिया जाता है.