हरियाणा विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली में चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की और चुनाव के नतीजों पर आपत्ति जताई है. कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल में केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश, पवन खेड़ा और अजय माकन जैसे वरिष्ठ नेता शामिल थे. कांग्रेस के कई नेताओं ने कई निर्वाचन क्षेत्रों में मतगणना की प्रक्रिया पर संदेह व्यक्त करने के बाद यह बैठक हुई है.
बैठक के बाद कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि पार्टी ने चुनाव आयोग से उन वोटिंग मशीनों को सील करने की मांग की है, जिनके खिलाफ उन्होंने शिकायत दर्ज कराई है. खेड़ा ने कहा, “हम अगले 48 घंटों में और शिकायत भेजेंगे.” उन्होंने कहा कि उन्होंने 20 निर्वाचन क्षेत्रों में कथित अनियमितताओं से संबंधित दस्तावेज जमा किए हैं और इन्हें मीडिया में जारी करने की योजना है.
उन्होंने कहा, “13 और निर्वाचन क्षेत्र हैं जिनके लिए हम चुनाव आयोग को सौंपने के लिए डेटा एकत्र कर रहे हैं.” पार्टी अपनी मांगों पर आयोग के जवाब का इंतजार कर रही है.
आयोग ने खड़गे को लिखा पत्र
चुनाव आयोग ने आज कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को संबोधित एक पत्र में कांग्रेस नेताओं और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के बयानों पर गौर किया, जिन्होंने हरियाणा चुनाव के नतीजों को “चौंकाना वाला” बताया और प्रस्ताव दिया सर्वेक्षणों का विश्लेषण करें.
पत्र में लिखा है, “इस निष्पक्ष धारणा पर आगे बढ़ते हुए कि पार्टी अध्यक्ष का बयान चुनावी नतीजे पर पार्टी की औपचारिक स्थिति है, CEC आज शाम 6 बजे प्रतिनिधिमंडल से मिलने के लिए सहमत हो गया है.”
राहुल गांधी ने भी उठाया सवाल
इससे पहले राहुल गांधी ने एक्स पर एक पोस्ट में EVM में कथित खराबी के खिलाफ “शिकायत” दर्ज करने के प्रयास में चुनाव आयोग के साथ एक संभावित बैठक का संकेत दिया था.
उन्होंने एक्स पर लिखा, हम हरियाणा के अप्रत्याशित नतीजे का विश्लेषण कर रहे हैं. अनेक विधानसभा क्षेत्रों से आ रही शिकायतों से चुनाव आयोग को सूचित कराएंगे. सभी हरियाणा वासियों को उनके समर्थन और हमारे बब्बर शेर कार्यकर्ताओं को उनके अथक परिश्रम के लिए दिल से धन्यवाद. हक का, सामाजिक और आर्थिक न्याय का, सच्चाई का यह संघर्ष जारी रखेंगे, आपकी आवाज बुलंद करते रहेंगे.
बीजेपी ने जीतीं 48 सीटें
बता दें, बीजेपी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में 90 में से 48 सीटों पर प्रचंड बहुमत हासिल की है. वहीं, दस साल से सत्ता में रही बीजेपी के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर का फायदा उठाने में नाकाम रही कांग्रेस 37 सीटें जीत पाई है. इसके अलावा इनेलो ने 2 सीटें जीतीं हैं. साथ ही निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत हासिल की है. हालांकि, उन्होंने बीजेपी को आलाकमान से मुलाकात के बाद समर्थन देने की घोषणा कर दी है.