सूरत लोकसभा सीट चुनाव से पहले ही बीजेपी ने छीन ली है. उस वक्त तो फॉर्म रद्द होने को लेकर कांग्रेस में जो ड्रामा हुआ था, उस पर चुनाव आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की, लेकिन अब पता चला है कि कांग्रेस देर से जागी है. मतदान से एक दिन पहले कांग्रेस नेता ने वकील के माध्यम से पुलिस कमिश्नर को आवेदन दिया है. जिसमें फॉर्म रद्द करने में अहम भूमिका निभाने वाले प्रत्याशी नीलेश कुंभानी, विरोधी प्रत्याशी और समर्थकों समेत चुनाव अधिकारी के खिलाफ अपराध दर्ज करने के लिए पुलिस आयुक्त को आवेदन दिया गया है.
*शिकायत दर्ज करना चाहते हैं*
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
सूरत लोकसभा के पूर्व कांग्रेस समर्थकों के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के लिए आवेदन दिया गया है. कांग्रेस नेता अशोक पिंपले ने वकील जमीर शेख के माध्यम से पुलिस कमिश्नर को आवेदन दिया है. जिसमें नीलेश कुंभानी के समर्थकों और कलेक्टर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है. कांग्रेस कार्यकर्ता ने पूरे मामले में शिकायत दर्ज कराना चाहा है.
वकील जमीर शेख ने बताया कि फॉर्म में समर्थकों के अपने-अपने हस्ताक्षर हैं. समर्थकों ने कलेक्टर से फॉर्म पर हस्ताक्षर का पत्र ले लिया. एक दे. कलेक्टर फॉर्म का सत्यापन करता है और कलेक्टर फॉर्म रद्द कर देता है. सूरत पुलिस कमिश्नर से तुरंत कार्रवाई की मांग की है. चुनाव अधिकारी के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने के लिए आवेदन दिया गया है. भारत में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवारों के फॉर्म रद्द होने के दो मामले सामने आए हैं. जो भविष्य में चुनाव प्रक्रिया को बदलने पर मजबूर करेगा. ये दोनों मामले सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे.