सागर: लोकसभा चुनाव के वक्त कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो हुईं जिले की एकमात्र कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे को लेकर सियासी घमासान जारी है. इसी बीच गुरुवार को कई कांग्रेस कार्यकर्ता विधायक के निवास पर कांग्रेस का झंडा लगाने पहुंच गए. लेकिन पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बीच में ही गिरफ्तार कर लिया. दरअसल, विधायक ने विधानसभा स्पीकर को लिखे पत्र में अपने आप को कांग्रेस का विधायक बताया है, लेकिन वह लगातार भाजपा के कार्यक्रमों में शामिल हो रही हैं.
भाजपा के कार्यक्रमों में शामिल हो रही हैं कांग्रेस विधायक
दरअसल, विधानसभा नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने विधानसभा स्पीकर नरेंद्र सिंह तोमर को पत्र लिखकर बीना विधायक निर्मला सप्रे की सदस्यता समाप्त करने की मांग की थी. उनका कहना था कि निर्मला सप्रे ने कांग्रेस छोड़ दी है, लेकिन अब तक विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया और भाजपा के कार्यक्रमों में शामिल हो रही हैं. नेता प्रतिपक्ष के पत्र के आधार पर विधानसभा स्पीकर ने निर्मला सप्रे को नोटिस जारी कर उनकी सदस्यता को लेकर स्थिति स्पष्ट करने को कहा. जिस पर निर्मला सप्रे अपने आप को अभी भी कांग्रेस का विधायक बताया है. इसी के बाद कांग्रेस उनके खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रही है. इसी कड़ी में 17 अक्टूबर को कांग्रेस के कार्यकर्ता एकजुट होकर बीना में निर्मला सप्रे के घर की तरफ निकल पड़े, लेकिन पुलिस ने उन्हे रास्ते पर रोक लिया.
पुलिस ने किया कांंग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार
कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक बिलगैंया ने बताया, ” जब विधायक ने विधानसभा में अपने आप को कांग्रेस का विधायक बताया है तो हम कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने तय किया कि हम अपनी पार्टी के विधायक से मुलाकात करेंगे और उनके घर पर कांग्रेस का झंडा लगाएंगे. इसी सिलसिले में हम कांग्रेसी एकजुट होकर उनके घर की तरफ जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने हमें रास्ते में रोक लिया. वॉटर कैनन का इस्तेमाल कर हमें आगे नहीं जाने दिया. इस दौरान पुलिस और कांंग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झूमाझटकी की स्थिति बनी. इसके बाद पुलिस ने हमारे साथियों को गिरफ्तार कर आगासौद थाने में रखा है.”