महाराष्ट्र (Maharashtra) की नांदेड़ लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद और सीनियर लीडर वसंतराव चव्हाण का 70 साल की उम्र में निधन हो गया. हैदराबाद की एक हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा था. पिछले हफ्ते उन्हें श्वसन तंत्र में संक्रमण होने के बाद हैदराबाद के KIMS अस्पताल में भर्ती कराया गया था. आधी रात के समय उनकी हालत अचानक बिगड़ गई और सुबह 4 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली. वसंतराव चव्हाण को सांस लेने में कठिनाई और लो बीपी की समस्या के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पहले उन्हें नांदेड़ के एक अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन स्थिति गंभीर होने पर डॉक्टरों की सलाह पर उन्हें एयर एंबुलेंस से हैदराबाद के किम्स अस्पताल में शिफ्ट किया गया.
लोकसभा चुनाव में BJP नेता प्रताप पाटिल चिखलीकर को हराकर वसंतराव एक बड़ी ताकत बनकर उभरे थे. दिलचस्प बात यह है कि पूर्व सीएम अशोक चव्हाण के कांग्रेस छोड़कर BJP में शामिल होने के बाद वसंतराव नांदेड़ में कांग्रेस के बड़े चेहरे के तौर पर सामने आए थे.
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने वसंतराव के निधन पर अपनी संवेदना और दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता, नांदेड़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद वसंतराव चव्हाण जी के निधन की खबर बेहद चौंकाने वाली है. वे विपरीत परिस्थितियों में भी हमेशा कांग्रेस पार्टी के प्रति वफादार रहे और कांग्रेस पार्टी के विचार को घर-घर तक पहुंचाया. इस दुख में पूरी कांग्रेस पार्टी चव्हाण परिवार के साथ है.”
भावपूर्ण श्रद्धांजली!
काँग्रेस पक्षाचे ज्येष्ठ नेते, नांदेड लोकसभा मतदारसंघाचे खासदार वसंतरावजी चव्हाण यांच्या निधनाची वार्ता अत्यंत धक्कादायक आहे. प्रतिकूल परस्थितीत देखील त्यांनी काँग्रेस पक्षाशी सदैव एकनिष्ठ राहून काँग्रेस पक्षाचा विचार घरोघरी पोहोचवला.
वसंतरावजी चव्हाण… pic.twitter.com/DTGRe8p5hm
— Nana Patole (@NANA_PATOLE) August 26, 2024
पिछले दिनों हुए लोकसभा चुनाव में नांदेड़ लोकसभा सीट से वसंतराव चव्हाण की जीत हुई थी. उन्हें 40 फीसदी वोट यानी कुल 528,894 वोट मिले थे. उन्होंने बीजेपी के प्रताप पाटिल चिखलीकर को 50 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था. बीजेपी लीडर को नांदेड़ सीट से कुल 469,542 वोट ही मिले थे.
हाल के विधानसभा चुनावों में अशोक चव्हाण ने कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी का दामन थामा, जिससे बीजेपी को नांदेड़ और हिंगोली लोकसभा सीटों पर जीत का रास्ता साफ होता नजर आया. लेकिन वसंतराव चव्हाण ने कांग्रेस के लिए मैदान में उतरकर BJP के प्रताप पाटिल चिखलीकर को भारी मतों से हराया. इससे यह संदेश स्पष्ट हुआ कि अशोक चव्हाण के जाने के बाद भी नांदेड़ में कांग्रेस की पकड़ मजबूत बनी हुई है.