मध्यप्रदेश: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर को लेकर प्रदेशभर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। इसी कड़ी में अशोक नगर में कांग्रेसजनों ने बुधवार को पुलिस अधीक्षक को पुलिस महानिदेशक (DGP) के नाम एक ज्ञापन सौंपा। कांग्रेस ने मांग की कि पटवारी के खिलाफ दर्ज “फर्जी” एफआईआर को तत्काल निरस्त किया जाए और पीड़ितों को सुरक्षा मुहैया कराई जाए।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो पार्टी उग्र आंदोलन करेगी। उन्होंने यह भी घोषणा की कि 8 जुलाई को जीतू पटवारी ओरछा में गिरफ्तारी देंगे, जिसमें प्रदेश कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता शामिल होंगे।
यह मामला अशोक नगर जिले के मूढ़रा बरवाह गांव से जुड़ा है, जहाँ 10 जून को गजराज लोधी और रघुराज लोधी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि सरपंच के पति और उसके साथियों ने उनकी मोटरसाइकिल छीनी, मारपीट की और उन्हें मानव मल खाने के लिए मजबूर किया। पीड़ितों ने इसकी शिकायत कलेक्टर से की थी।
25 जून को पीड़ितों ने कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी से ओरछा में मुलाकात की, जिसके बाद पटवारी ने प्रशासन से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की थी। कांग्रेस का आरोप है कि जीतू पटवारी द्वारा इस अमानवीय कृत्य को उठाने के बाद उनके खिलाफ साजिश रचकर झूठे आरोप लगाए गए और 26 जून को उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
कांग्रेस का यह भी कहना है कि भाजपा सरकार के दबाव में पुलिस ने पीड़ितों के बयान बदलवाए और पूरे मामले की दिशा मोड़ दी। पार्टी ने मांग की है कि पूरे प्रकरण की निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच कराई जाए। कांग्रेस ने ऐलान किया है कि वह भाजपा की “तानाशाही” और “दमनकारी” नीतियों के खिलाफ पूरे प्रदेश में संघर्ष करेगी और लोकतंत्र की रक्षा के लिए सड़क से सदन तक आवाज उठाएगी।