नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया और राहुल गांधी के खिलाफ ED की चार्जशीट के विरोध में कांग्रेस आज देशभर में प्रदर्शन कर रही है। रायपुर में भी कांग्रेस कार्यकर्ता ED कार्यालय के बाहर जुटकर नारेबाजी कर रहे हैं। प्रदर्शन में पूर्व सीएम भूपेश, पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव और पूर्व राज्यसभा सांसद छाया वर्मा समेत कई कांग्रेसी मौजूद हैं।
वहीं जगदलपुर में कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसियों को पुलिस ने हटा दिया है। यहां सीएम साय और गृहमंत्री विजय शर्मा अफसरों की बैठक ले रहे थे। इसी दौरान एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए। ED-CBI के खिलाफ नारेबाजी की। NSUI जिला अध्यक्ष विशाल खंबारी समेत अन्य को पुलिस थाने ले गई है।
टीएस सिंहदेव ने कहा- कांग्रेस दबने वाली नहीं
प्रदर्शन से पहले छत्तीसगढ़ के पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि राहुल गांधी के देशभर में सक्रिय होने, AICC अधिवेशन के फैसलों और इंडिया अलायंस की एकजुटता के बाद यह साफ था कि कोई ना कोई प्रतिक्रिया जरूर आएगी, लेकिन ईडी जैसी संस्था इस स्तर तक जाएगी, इसकी उम्मीद नहीं थी। उन्होंने कहा कि ED और CBI ने अपनी सीमाएं लांघ दी है।
उन्होंने कहा, ‘चार्जशीट में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नाम डालकर कांग्रेस पर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन कांग्रेस कभी दबी है, ना दबेगी। पूरा देश उनके साथ खड़ा है।’
चार्जशीट, संपत्तियों की जब्ती और पूछताछ का सिलसिला
मंलवार को ED ने कांग्रेस नेताओं के खिलाफ नेशनल हेराल्ड और एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पहली चार्जशीट दाखिल की। इसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे के नाम शामिल हैं।
मामले की सुनवाई 25 अप्रैल को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में होगी। कोर्ट ने ED से केस डायरी भी मांगी है। यह मामला भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी की 2012 की शिकायत से जुड़ा है।
12 अप्रैल को ED ने दिल्ली, लखनऊ और मुंबई में 661 करोड़ की संपत्तियों की जब्ती की कार्रवाई की। साथ ही रॉबर्ट वाड्रा से भी गुरुग्राम के लैंड केस को लेकर पूछताछ की गई।