रायपुर। कांग्रेस की हार की वजह तलाशने नईदिल्ली से छत्तीसगढ़ पहुंची फैक्ट फाइडिंग कमेटी के सामने आरोप-प्रत्यारोप, रार और तकरार ने कांग्रेस की पोल खोल दी है. कमेटी के सदस्य वापस लौट चुके हैं, लेकिन आरोपों ने एक बार फिर कांग्रेस में विवाद खड़ा कर दिया है.
चार दिन तक कमेटी ने अलग-अलग संभागों का दौरा किया. हर संभाग में कमेटी के सामने स्थानीय पदाधिकारियों ने हार के कई कारण गिनाए, जिसमें एक बार फिर एकजुटता की कमी, भितरघात बड़ी वजह बनकर सामने आई. नईदिल्ली की टीम के सामने रायपुर से लेकर बिलासपुर, सरगुजा, दुर्ग, बस्तर संभाग में हार के लिए बड़े नेताओं को जिम्मेदार ठहराया गया .
बिलासपुर की बैठक में टीम के प्रभारी वीरप्पा मोइली के सामने पदाधिकारियों ने यहां तक कह दिया कि कांग्रेस की हार की वजह करीब से समझनी हो तो जेल में बंद घोटाले के आरोपित ज्यादा बेहतर बताएंगे. मतलब यह था कि कांग्रेस की हार में घोटाले भी प्रमुख वजह रही। जो जेल में बंद हैं, उनके इशारों पर सरकारें चलती थी. प्रदेश में 28 जून से लेकर एक जुलाई तक फैक्ट फाइडिंग कमेटी ने दौरा किया. बैठकों के आधार पर कमेटी एआइसीसी को रिपोर्ट सौंपेगी। दौरे के अंतिम दिन कमेटी ने राजनांदगांव व दुर्ग में समीक्षा की.
संगठन में परिर्वतन के संकेत
जानकारी के मुताबिक आने वाले दिनों में प्रदेश कांग्रेस कमेटी में परिवर्तन के संकेत मिल रहे हैं . इसमें संगठन से लेकर कमेटी के पदाधिकारियों की जवाबदारी बदली जा सकती है. इससे पहले उन आरोप-प्रत्यारोपों पर भी गौर किया जाएगा, जो कि प्रदेश के बड़े नेताओं पर लगाया गया हैएआइसीसी को भेजी जाने वाली रिपोर्ट में उन सभी बातों का जिक्र होगा, जो कि दौरे के दौरान पदाधिकारियों ने कमेटी के सामने रखी, जिन पर आरोप लगाया गया कमेटी ने उनसे भी जवाब लिया हैv