Left Banner
Right Banner

‘कांग्रेस का भी वही हश्र होगा जो अनुच्छेद 370 का हुआ’, छठ के कार्यक्रम में बोले CM योगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए अनुच्छेद 370 और 35ए को बहाल करने के उनके आह्वान की निंदा की. मुख्यमंत्री छठ पूजा के पावन अवसर पर यहां लक्ष्मण मेला मैदान में अखिल भारतीय भोजपुरी समाज द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.

पीटीआई के मुताबिक जम्मू-कश्मीर विधानसभा में हाल ही में इन अनुच्छेदों को बहाल करने के प्रस्ताव का जिक्र करते हुए उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस और उसके सहयोगी देश और घाटी को आतंकवाद की आग में वापस धकेलना चाहते हैं. उन्होंने कहा, “वे जम्मू-कश्मीर के विकास और उसके युवाओं के उज्ज्वल भविष्य को देखने के लिए तैयार नहीं हैं. देश उनके विभाजनकारी एजेंडे को कभी स्वीकार नहीं करेगा. भारत के 140 करोड़ लोग देश की एकता और अखंडता के लिए मजबूती से खड़े हैं और किसी भी खतरे का निर्णायक जवाब देने के लिए तैयार हैं.”

सीएम योगी आदित्यनाथ ने आगे चेतावनी दी कि अगर कांग्रेस इस प्रस्ताव का विरोध नहीं करती है, तो उसका भी वही हश्र हो सकता है, जो अनुच्छेद 370 और 35ए का हुआ था. मुख्यमंत्री ने छठ पूजा के महत्व पर भी प्रकाश डाला और राष्ट्रीय एकता और अखंडता की रक्षा करने की आवश्यकता को रेखांकित किया.

जब हम विभाजित होते हैं, तो दूसरे शासन करते हैं: योगी

आदित्यनाथ ने कहा, “जब हम जाति और धर्म से विभाजित होते हैं, तो दूसरे हम पर शासन करते हैं. जब हम इन त्योहारों के माध्यम से एक साथ आते हैं, तो भारत में रहने वाले कुछ लोग देश की आत्मा को कमजोर कर रहे हैं. किसी भी सच्चे भारतीय को इसे बर्दाश्त नहीं करना चाहिए. लेकिन जब हम 140 करोड़ की ताकत के रूप में एक स्वर में बोलते हैं, तो कोई भी ताकत भारत को चुनौती नहीं दे सकती.”

भोजपुरी में सभा को संबोधित करते हुए आदित्यनाथ ने सभी श्रद्धालुओं को छठ महापर्व की हार्दिक शुभकामनाएं दीं, खासकर माताओं और बहनों की भक्ति को स्वीकार करते हुए, जो चुनौतीपूर्ण व्रत रखती हैं. उन्होंने याद दिलाया कि 5 अगस्त, 2019 को प्रधानमंत्री मोदी ने अनुच्छेद 370 और 35ए को समाप्त करके कश्मीर घाटी में आतंकवाद का निर्णायक रूप से सफाया कर दिया.

आदित्यनाथ ने कहा, “संसद द्वारा अनुमोदित इस ऐतिहासिक निर्णय ने संविधान से जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त कर दिया. तब दुनिया ने एक नए, शक्तिशाली भारत को देखा, जो शांतिपूर्ण लेकिन अपनी रक्षा के लिए दृढ़ था.”

‘कांग्रेस ने अंबेडकर के विरोध के बावजूद अनुच्छेद 370 पेश किया’

मुख्यमंत्री ने अपनी संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के लिए भारत की प्रतिबद्धता पर जोर दिया, यह घोषणा करते हुए कि राष्ट्र अपनी पहचान और एकता की रक्षा के लिए कोई भी बलिदान देने के लिए तैयार है. उन्होंने कांग्रेस की कड़ी आलोचना की और कहा कि उसने डॉ. बी.आर. अंबेडकर के विरोध के बावजूद संविधान में अनुच्छेद 370 पेश किया, जिससे कश्मीर हिंसा और आतंकवाद के रास्ते पर चला गया.

आदित्यनाथ ने उस उथल-पुथल को याद किया, जिसमें व्यापक हिंसा, कश्मीरी पंडितों की टारगेट किलिंग और भारत के समर्थन में आवाज़ उठाने वाले किसी भी व्यक्ति पर क्रूर हमले शामिल थे. उन्होंने कहा, “जबकि कांग्रेस ने शुरू में अनुच्छेद 370 को अस्थायी प्रावधान करार दिया था, केवल प्रधानमंत्री मोदी ने इसे समाप्त करने का साहसिक कदम उठाया. आज कश्मीर प्रगति के पथ पर है, नए शैक्षणिक संस्थान, अस्पताल, उद्योग और सुरक्षा की नई भावना के साथ, जिसने पहले विस्थापित निवासियों को घर लौटने की अनुमति दी है.”

Advertisements
Advertisement