बिलासपुर : छत्तीसगढ़ में आज नगरीय निकाय चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तारीख है. भाजपा और कांग्रेस ने नगरीय निकायों के सभी महापौर, नगर पंचायत अध्यक्ष और पार्षद प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है. इस बीच बिलासपुर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में टिकट बंटवारे को लेकर भारी नाराजगी देखने को मिली है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दीपक बैज का पुतला फूंका और जमकर प्रदर्शन किया है.
टिकट वितरण को लेकर कार्यकर्ता नाराज : बिलासपुर कांग्रेस कमेटी में पार्षदों के टिकट वितरण के बाद बगावती सुर उठने लगे हैं. टिकट वितरण को लेकर कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने नाराजगी जाहिर किया है. प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज और शहर अध्यक्ष विजय पांडे पर कार्यकर्ताओं ने टिकट वितरण में अनियमिताओं का आरोप लगाए हैं. इसके साथ ही बिलासपुर के राजीव गांधी चौक पर दीपक बैज का पुतला जलाया और जमकर नारेबाजी की.
नगरीय निकाय चुनाव के लिए कांग्रेस ने जो प्रत्याशी चयन किया है, उसका हम विरोध कर रहे हैं. जिन लोगों ने पहले बीजेपी का काम किया, जो निर्दलीय लड़े, ऐसे व्यक्तियों को टिकट दिया है. सीटिंग पार्षद और पूर्व पार्षदों का टिकट काट कर नए लोगों को लाए हैं. 20 से 30 जिताऊ प्रत्याशियों का टिकट काटा है. ऐसा लगता है कि दीपक बैज और बिलासपुर शहर अध्यक्ष विजय पांडे लेन देन कर टिकट दे रहे हैं. ये लोग प्रदेश से कांग्रेस को मिटाने का ठेका लेकर बैठे हुए हैं. ऐसे लोगों को टिकट दिया है, जो सौ फीसदी हारेंगे : पंचराम सूर्यवंशी, पूर्व पार्षद, कांग्रेस
स्थानीय प्रत्याशियों को दरकिनार करने के आरोप : प्रदर्शन कर रहे हैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि पार्टी ने योग्य और स्थानीय उम्मीदवारों को दरकिनार कर दिया है. उनका आरोप है कि कांग्रेस ने बाहरी और धनबल का सहारा लेने वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी है. इस फैसले से न केवल पार्टी कार्यकर्ताओं में निराशा है, बल्कि स्थानीय लोगों के बीच भी असंतोष बढ़ी है.
हमारे प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज विधानसभा चुनाव हरवाए, फिर लोकसभा चुनाव हराए और अब ऐसा टिकट बांटे हैं कि हम नगर निगम पार्षद का चुनाव हार रहे हैं. उनको तो इस्तीफा देकर बैठ जाना चाहिए, क्यों हम छोटे कार्यकर्ताओं को हरा रहे हैं. उन्होंने एकदम गलत टिकट बांटा है, जिसका हम विरोध कर रहे हैं : मोहम्मद शेख अय्यूब, शहर उपाध्यक्ष, कांग्रेस
बिलासपुर में पार्टी कार्यकर्ताों के भीतर असंतोष ने कांग्रेस की चिंता बढ़ा दी है. कई कांग्रेस कार्यकर्ता तो सीधे प्रदेश अध्यक्ष पर सवाल खड़े कर रहे हैं. सोमवार को प्रदर्शन के दौरान नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. साथ ही कांग्रेस पार्टी छोड़ने की बात भी कही है. अब देखना होगा कि चुनाव से ठीक पहले कार्यकर्ताओं की नाराजगी को कांग्रेस कैसे संभालती है.