“इंदौर में कांग्रेस का प्रदर्शन: भाजपा पर गुंडों को संरक्षण देने और पुलिस पर मिलीभगत के आरोप”

इंदौर ने भाजपा को भरपूर समर्थन दिया, पार्षद से लेकर सांसद तक बनाया। बदले में आपको क्या मिला? यह सवाल करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि जितने बदमाश,चोर, उच्चके थे, सब भाजपा के साथ हो गए। कांग्रेस के नेता-कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस कमिश्नर कार्यालय का घेराव करते हुए पटवारी ने यह बात कही।

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कांग्रेस कार्यालय के बाहर भाजपा के प्रदर्शन का विरोध

सोमवार को कांग्रेसियों ने कमिश्नर कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेसी बीते दिनों पार्टी कार्यालय गांधी भवन पर हुए भाजयुमो के विरोध प्रदर्शन और उस दौरान कांग्रेस कार्यालय पर हुए पथराव, काली स्याही फेंकने पर भी पुलिस की ओर से कार्रवाई नहीं करने से नाराज हैं। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने गांधी भवन पर पेट्रोल बम भी फेंके।

पुलिस पर मिलीभगत का आरोप

पुलिस पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए पटवारी ने कहा कि भाजपा के राज में पुलिस ने गुंडों को खुली छूट दे दी है। इससे पहले कांग्रेस नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस की मिलीभगत और शह पर ही कांग्रेस कार्यालय पर यह हमला हुआ। कांग्रेस नेताओं, कार्यकर्तचाओं ने करीब एक घंटे तक कमिश्नर दफ्तर का घेराव किया।

इस दौरान कम से कम डेढ़ हजार लोग मौजूद रहे। भाजपा के केंद्रीय नेताओं को भी घेरे में लेते हुए कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भाजपा न संविधान मानती है ना कानून का सम्मान करती है। डा.आंबेडकर पर दिए गृह मंत्री अमित शाह के बयान को भी घेराव के दौरान उठाया गया।

भाजपाइयों पर बम फेंकने का आरोप

कांग्रेस ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर मांग रखी कि कांग्रेस दफ्तर पर हुए हमने में भाजपा के कार्यकर्ता और नेताओं पर नामजद प्रकरण दर्ज हो। साथ में हमले और बम फेंकने की धाराएं भी लगाई जाए। यदि कार्रवाई नहीं हुई तो 20 हजार लोगों के साथ कमिश्नर को घेरा जाएगा

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