बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद एक के बाद भारत विरोधी हरकतें तेज होती जा रही हैं. खास बात यह है कि कभी बांग्लादेश में नरसंहार करने वाला पाकिस्तान आज उसका करीबी दोस्त बन गया है. अंदेशा है कि दोनों देश भारत के खिलाफ साजिश रचने में जुट गए हैं. हाल की एक घटना ने इस अंदेशे को बढ़ा दिया है. सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान से राजधानी ढाका के लिए निकले जहाज के जरिए भारी मात्रा में RDX और AK47 हथियार बांग्लादेश पहुंचाए गए.
कराची बंदरगाह से शुरू होकर पाकिस्तानी मालवाहक जहाज एमवी अल बखेरा (जिसमें करीब 250 किलो RDX और 100 से अधिक एके47 तथा गोला-बारूद छिपाकर रखा गया था) चांदपुर चटगांव बंदरगाह पहुंचाया जाता है. अप्रत्याशित घटनाक्रम में जहाज ढाका डॉक पर पहुंचने की जगह (पहले से तय कार्यक्रम) चांदपुर पोर्ट गया. भारतीय खुफिया विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, जहाज में 720 टन मवेशी का खाना और सब्जी का माल रखा हुआ था. लेकिन भारी मात्रा में RDX और हथियार गोला-बारूद चटगांव पोर्ट के सुरक्षित घर में पहले से ही उतार दिया गया.
अल-बखेरा जहाज में 7 लोगों की हत्या
इस बीच बांग्लादेश के चांदपुर के हैमचर उपजिला में ईशानबाला नहर में खड़े इसी एमवी अल-बखेरा (Al-Bakhera) नामक उर्वरक जहाज (fertilizer ship) में ही 7 लोगों की हत्या के मामले में संदिग्ध आकाश मंडल उर्फ इरफान को गिरफ्तार किया गया. यह गिरफ्तारी आरएबी-11 कोमिला सीपीसी-2 ने की. बाद में चांदपुर की एक कोर्ट ने कल गुरुवार से 7 दिनों की रिमांड पर भेज दिया.
रिवर पुलिस के इंस्पेक्टर मोहम्मद कलाम खान ने आरोपी इरफान के लिए 10 दिन की रिमांड की मांग की थी, लेकिन न्यायिक मजिस्ट्रेट मोहम्मद फरहान सादिक ने 7 दिन की रिमांड को मंजूर कर लिया. कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान राज्य की ओर से 3 एडवोकेट शामिल हुए. हालांकि, आरोपी की ओर से कोर्ट में पैरवी करने के लिए एक भी वकील मौजूद नहीं था.
घायलों में से 2 की इलाज के दौरान मौत
इरफान को बीते मंगलवार रात बागेरहाट के चितलमारी इलाके में Rab-11 ने गिरफ्तार किया था. Rab-11 की ओर से कल ही बताया गया कि इरफान ने वेतन नहीं मिलने और जहाज के मालिक गोलाम किबिरा के दुर्व्यवहार से बेहद नाराज था और उसने गुस्से में आकर 7 लोगों की हत्या कर दी. तटरक्षक बल और रिवर पुलिस ने सोमवार को जहाज से 5 शव बरामद किए और 3 घायलों को बचाया भी. हालांकि घायलों में से 2 की बाद में इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई.
सनसनीखेज हत्याकांड के बाद जहाज के मालिक महबूब मुर्शिद ने मंगलवार रात हैमचर पुलिस स्टेशन में इसके खिलाफ केस दर्ज कराया. उद्योग मंत्रालय, जिला प्रशासन और पुलिस ने भी मामले पर अपनी अलग-अलग जांच शुरू कर दी. पीड़ितों के परिवार के सदस्यों का आरोप है कि ये हत्याएं पूर्व नियोजित थीं और वे इंसाफ की मांग कर रहे हैं.
इरफान ने क्यों किया कत्ल
दूसरी ओर हत्याकांड के आरोपी इरफान का कहना है, “मुझे पिछले 6 महीनों से सैलरी नहीं मिल रही थी. हम सभी को सैलरी नहीं मिल रही थी, लेकिन किसी ने इसका विरोध नहीं किया. इसलिए मैंने उन सभी की हत्या कर दी.” उन्होंने आगे कहा, “मैंने दवा की दुकान से नींद की गोलियां खरीदीं. बाबर रसोइया था. इससे पहले कि वह कुछ समझ पाता मैंने खाने में नींद की गोलियां दे दीं. जब वे सो गए तो मैंने उन सभी की हत्या कर दी. मैं बहुत गुस्से में था.”
हत्याकांड को लेकर Rab-11 के मीडिया अधिकारी तारेक ने बुधवार (25 दिसंबर) को सुबह 11 बजे पुष्टि की. उन्होंने बताया कि हत्याकांड के बाद से इरफान फरार चल रहा था. उसे जहाज से बरामद खून से सने चीनी कुल्हाड़ी के फिंगरप्रिंट के साथ ही मिले सभी सूचनाओं के आधार पर गिरफ्तार किया गया. वह जहाज पर सवार नौवां शख्स था.
मीडिया अधिकारी ने आगे कहा, “हमने इरफान को बागेरहाट के चितलमारी इलाके से गिरफ्तार किया. आरोपी को Comilla RAB-11 ऑफिस गया. इस बीच, चांदपुर नौसेना पुलिस अधीक्षक सैयद मुशफिकुर रहमान ने बताया कि मंगलवार (24 दिसंबर) की रात एमवी अल बखेरा (MV Al Bakhera) मालवाहक जहाज पर सवार 7 लोगों की हत्या के मामले में 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ हैमचर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है.
जहाज मालिकों की ओर से मोहम्मद महबूब मुर्शिद ने वादी के तौर पर केस दर्ज कराया. पुलिस अधीक्षक सैयद मुशफिकुर रहमान ने बताया कि चांदपुर सदर के हरिनाघाट नौसेना पुलिस चौकी के प्रभारी को हत्या और डकैती का आरोप लगाते हुए मामले की जांच की जिम्मेदारी दी गई. जहाज से खून से सना चीनी कुल्हाड़ी, एक चाकू, दो स्मार्टफोन, दो बटन फोन, एक बटुआ और 8,000 टका नकद बरामद किया गया.
उन्होंने यह भी बताया कि चांदपुर के माजरचर में मेघना नदी में एक उर्वरक जहाज से पांच लोगों के शव बरामद किए गए. इसके अलावा, 3 गंभीर रूप से घायल लोगों को अस्पताल ले जाया गया, जहां 2 की मौत हो गई. एक को ढाका भेज दिया गया है जहां उसका इलाज चल रहा है.