अयोध्या राम मंदिर में ड्रोन गिराने की साजिश, पुलिस और खुफिया एजेंसियां अलर्ट पर

अयोध्या: अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि परिसर में सोमवार सुबह एक संदिग्ध ड्रोन गिरने की घटना सामने आई है. पुलिस ने इसे भीड़ में भगदड़ मचाने की साजिश मानते हुए अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. यह बीते एक हफ्ते में दूसरी बार हुआ है. जब राम मंदिर परिसर में ड्रोन गिराने की कोशिश की गई.

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ड्रोन गिराने से मच सकती थी भगदड़

सोमवार सुबह करीब 7 बजे मंदिर परिसर में ड्यूटी प्वाइंट बैचिंग प्लांट के पास यह ड्रोन गिराया गया. पुलिस ने तुरंत ड्रोन को अपने कब्जे में ले लिया और मामले की जांच शुरू कर दी. मंदिर की सुरक्षा में तैनात राम जन्मभूमि पुलिस चौकी के प्रभारी सुनील कुमार की तहरीर पर मामला दर्ज किया गया. पुलिस का मानना है कि यह साजिश भीड़ में भगदड़ मचाकर जनहानि पहुंचाने के इरादे से की गई थी.

 

इससे पहले, 10 फरवरी को भी दर्शन मार्ग के पास इसी तरह का एक ड्रोन गिराया गया था, जिसकी रिपोर्ट आरजेबी चौकी प्रभारी ने दर्ज कराई थी. इन घटनाओं के बाद सुरक्षा एजेंसियां और खुफिया विभाग सतर्क हो गए हैं.

 

 

महाकुंभ से लौट रहे श्रद्धालुओं की भारी भीड़

अयोध्या में इन दिनों महाकुंभ से लौट रहे श्रद्धालुओं के कारण जबरदस्त भीड़ उमड़ रही है. प्रतिदिन करीब चार लाख से अधिक भक्त श्रीराम के दर्शन के लिए आ रहे हैं. इस बढ़ती भीड़ को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों के सामने एक बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है.

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर परिसर में प्रवेश और निकासी की प्रक्रिया को सुचारू बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं. पहले जहां 10 दर्शन दीर्घाएं थीं, वहीं अब यह संख्या 15 कर दी गई है. राम जन्मभूमि पथ को चौड़ा किया गया है ताकि भक्तों को आसानी से मंदिर तक पहुंचने और बाहर निकलने में दिक्कत न हो.

सुरक्षा के कड़े इंतजाम

राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा को देखते हुए खुफिया एजेंसियां और पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क है. श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा कर्मियों को हर वक्त सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं. मंदिर परिसर में किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखने के लिए ड्रोन विरोधी तकनीक और सीसीटीवी निगरानी को और मजबूत किया जा रहा है.

 

 

जांच जारी, साजिश का होगा खुलासा

पुलिस ने ड्रोन को कब्जे में लेकर फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है. साथ ही, यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इसे किसने और कहां से उड़ाया था. खुफिया एजेंसियां इस मामले को गंभीरता से लेकर गहन जांच में जुट गई हैं.

इस घटना के बाद मंदिर प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों ने श्रद्धालुओं से भी अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध वस्तु या गतिविधि की तुरंत जानकारी पुलिस को दें, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके.

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