आरक्षक भर्ती घोटाला! जॉइनिंग पर खुली साजिश, फर्जीवाड़ा कर बने आरक्षक, अब होगी जेल यात्रा

मध्यप्रदेश : आरक्षक भर्ती परीक्षा 2023 में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. श्योपुर जिले में जॉइनिंग के लिए आए 23 अभ्यर्थियों में से 3 फर्जी निकले हैं.इन्होंने खुद परीक्षा नहीं दी थी, बल्कि सॉल्वर को परीक्षा में बैठाया था.

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यह राज आधार कार्ड की बायोमेट्रिक छेड़छाड़ से खुला, जिसमें फोटो और फिंगर प्रिंट परीक्षा से पहले और बाद में बदले गए थे.जांच में सामने आया कि सोनू रावत, संतोष रावत और एक अन्य ने अपने आधार कार्ड को परीक्षा से ठीक पहले और बाद में दो बार अपडेट कराया.

 

अपडेट में उनकी तस्वीरें और बायोमेट्रिक डेटा अलग-अलग थे, यानी परीक्षा में किसी और ने बैठकर पेपर दिया और सफलता के बाद खुद के फोटो व फिंगर प्रिंट डालकर जॉइनिंग के लिए आ गए. भोपाल पुलिस मुख्यालय के आदेश पर बनी जांच समिति ने जब आधार का इतिहास निकाला, तब पूरी साजिश सामने आई. फिर समिति ने धोखाधड़ी और परीक्षा अधिनियम की धाराओं में एफआईआर की सिफारिश की.इस पर कोतवाली पुलिस ने केस दर्ज कर लिया.

 

एसडीओपी राजीव कुमार गुप्ता के अनुसार, इस संपूर्ण मामले में सोनू रावत एवं संतोष रावत के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.

श्योपुर एसडीओपी राजीव गुप्ता ने बताया कि ऐसे मामलों में कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा.यह परीक्षा प्रणाली की निष्पक्षता पर हमला है.इसकी गहराई से जांच की जा रही है.

 

आधार वेबसाइट से मिली जानकारी ने खोली पोल

अमन सिंह ने 15 जुलाई, 8 सितंबर और 3 अक्टूबर 2023 को बायोमेट्रिक बदले.

 

सोनू रावत ने 18 जुलाई और 29 अगस्त 2023 को परिवर्तन किया.

संतोष रावत ने 21 मई और 21 अगस्त 2023 को बायोमेट्रिक में बदलाव किए.

एसडीओपी बोले दो के खिलाफ केस दर्ज अन्य कार्रवाई जारी 

एसडीओपी राजीव कुमार गुप्ता ने मीडिया से चर्चा के दौरान बताया कि संतोष रावत निवासी रावत मोहल्ला जाटोली थाना टेंटरा जिला मुरैना और सोनू रावत निवासी ग्राम घनपुरा पूंछरी मांगरोल थाना टेंटरा जिला मुरैना के खिलाफ अभी केस दर्ज कर लिया है और बताया जा रहा है कि अमन सिंह ने भी 15 जुलाई,8 सितम्बर के 3 अक्टूबर 2023 को बायोमेट्रिक बदले है. उसकी रिपोर्ट मेरे पास आते ही आगे कुछ कह पाऊंगा फिलहाल दो के खिलाफ कोतवाली थाने में अपराध दर्ज किया गया है.

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