मध्य प्रदेश में 2023 में पुलिस आरक्षक भर्ती में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा सामने आया है। ग्वालियर चंबल अंचल में ही अब तक 17 नवआरक्षकों के ऐसे मामले सामने आ चुके है जिसमें मूल अभ्यर्थियों ने अपने आधार कार्ड में सॉल्वर का फोटो के साथ फिंगरप्रिंट तक अपडेट कराया और लिखित परीक्षा में अपनी जगह उसे बैठाया, जब चयनित हो गए तो फिर से आधार में अपना फोटो अपडेट करा लिया।
शारीरिक परीक्षा से पहले आधार कार्ड को फिर अपडेट कराया और उसमें फिर से अपना फोटो व फिंगरप्रिंट जोड़ दिया। फर्जीवाड़ा कर पास होने के बाद पुलिस मुख्यालय से संबंधित जिलों में भेजे जाने पर दस्तावेज चेक के दौरान ऐसे मामले पकड़े में आए हैं।
मुरैना व श्योपुर में इन नवआरक्षकों पर मुकदमा दर्ज करने के साथ ही कुछ की गिरफ्तारी भी हुई है, वहीं साल्वरों के अलावा उन कियोस्क सेंटर संचालकों को भी पकड़ा गया है, जहां से आधार कार्ड के डिटेल में बदलाव किया गया। अब प्रदेश भर में ऐसे नवआरक्षको की पड़ताल की जा रही है जिन्होंने परीक्षा से पहले और बाद में अपने आधार में अपडेट कराया है।
मामले में अब तक ग्वालियर में पांच, शिवपुरी में छह, मुरैना और श्योपुर में 3-3 नवआरक्षकों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। धौलपुर व भिंड निवासी नवआरक्षकों कि गिरफ्तारी के अलावा मुरैना के सबलगढ़ से उस आधार कार्ड अपडेट करने वाले को भी पुलिस ने पकड़ा है, जिसने फर्जीवाड़ा किया है।
पड़ताल में शिवपुरी का एक कोचिंग संचालक भी जांच के दायरे में है, जिसने साल्वरों की व्यवस्था कराई। हालाकि पुलिस अभी एक के बाद एक कड़ी जोड़ने में लगी है। आशंका है इसमें बड़े गिरोह का खुलासा हो सकता है
अब तक जो नवआरक्षक, सॉल्वर पकड़े गए हैं वे सभी सभी ग्वालियर-चंबल अंचल के जिलों के ही रहने वाले हैं। इससे पहले व्यापमं फर्जीवाड़ा, एनएचएम भर्ती परीक्षा, पटवारी परीक्षा में फर्जीवाड़े के तार ग्वालियर-चंबल अंचल से जुड़े हैं।
दरअसल पुलिस भर्ती परीक्षा में बैठने वाले अभ्यर्थियों ने लिखित परीक्षा से ठीक पहले आधार कार्ड अपडेट कराया। इसमें साल्वरों के फिंगरप्रिंट, फोटो अपडेट कराए। लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण हो गए तो शारीरिक परीक्षा में खुद शामिल हुए।
हालाकि आवेदन करते समय अभ्यर्थियों के अंगूठे के निशान, आधार कार्ड, फोटो लगते हैं। फिर लिखित परीक्षा में इससे मिलान किया जाता है। यहां सिस्टम भी सवाल है, हालाकि अब नए सिरे से अभ्यर्थी का आवेदन पत्र, प्रवेश पत्र, लिखित परीक्षा परिणाम की प्रति, प्रवेश पत्र के दूसरे भाग पर हस्ताक्षर, अंगूठे के नमूने, हाथ से लिखी गई प्रति, उपस्थिति पत्रक के हस्ताक्षर, शारीरिक परीक्षा में उपस्थिति पत्रक के हस्ताक्षर, अंगूठे का निशान, उस समय के आधार कार्ड के फोटो, लैब एंट्री के समय लिए गए फोटो सहित अन्य रिकार्ड का मिलान पूरे प्रदेश में किया जा रहा है।