Madhya Pradesh: मैहर जिले में 352 करोड़ रुपए की लागत से बन रही बहुती नहर परियोजना अधूरी पड़ी है. यह नहर रामनगर और अमरपाटन क्षेत्र के 46 गांवों की 19,600 एकड़ जमीन को सिंचाई सुविधा प्रदान करने के लिए बनाई जा रही थी.
परियोजना की शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की सरकार में हुई थी. इससे तीन जिलों के 65,000 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा मिलनी थी. नहर का निर्माण 2019 तक पूरा होना था, लेकिन छह साल बीत जाने के बाद भी काम अधूरा है. जल संसाधन विभाग को सौंपी गई इस परियोजना में निर्माण की गुणवत्ता पर भी सवाल उठ रहे हैं. नहर की साइड वॉल और लाइनिंग टूटकर बिखर रही है. किसानों का कहना है कि वर्तमान पीढ़ी को इस नहर का लाभ मिलने की उम्मीद नहीं है. कलेक्टर बोलीं- जांच टीम का गठन करेंगे.
कलेक्टर रानी बाटड़ ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए कहा है कि एक जांच टीम का गठन किया जाएगा. यह टीम नहर निर्माण की गुणवत्ता की जांच करेगी. साथ ही यह भी पता लगाया जाएगा कि निर्माण में देरी का कारण क्या है.