Uttar Pradesh: सुल्तानपुर-वाराणसी राजमार्ग पर निर्माण कार्य की धीमी गति को लेकर राज्यपाल और जिलाधिकारी को पत्र भेजा गया है. हनुमानगंज रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज का निर्माण कई वर्षों से रुका है. हनुमानगंज से कामतागंज तक की सड़क भी अपूर्ण है. दो साल में पूरा होने वाला यह प्रोजेक्ट 12 साल बाद भी अधूरा है.
सुल्तानपुर-जौनपुर बॉर्डर पर पिछले दो वर्षों से नियमों के विरुद्ध टोल टैक्स वसूली जारी है, जनता करोड़ों रुपए टोल टैक्स दे रही है. लेकिन उन्हें मानक के अनुसार सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. नेशनल हाईवे अथॉरिटी के इस प्रोजेक्ट में कार्यदायी संस्था लगातार देरी कर रही है. फिर भी उस पर न तो कार्रवाई हुई है और न ही जुर्माना लगा है. सड़कों के चौड़ीकरण में सैकड़ों करोड़ रुपए का निवेश किया गया है. किसानों ने भी विकास के लिए अपनी जमीन दी है. 2019 में बाबतपुर से वाराणसी तक का राजमार्ग बनकर तैयार हुआ था. प्रधानमंत्री ने इसका लोकार्पण किया था. लेकिन सुल्तानपुर से वाराणसी का मार्ग अभी तक अपूर्ण है.
महाकुंभ के दौरान इस मार्ग पर लाखों श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ा. काशी विश्वनाथ और अयोध्या दर्शन के लिए आने-जाने वाले श्रद्धालु 24 घंटे तक फंसे रहे. रेलवे क्रॉसिंग ने यात्रियों की परेशानी बढ़ा दी.
जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा ने अधिकारियों और कंपनी के बीच गठजोड़ को विलंब का कारण बताया है. कांग्रेस ने एक सप्ताह में निर्माण कार्य शुरू न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है. यहां शकील अहमद, अनवर अंसारी, सुब्रत सिंह सनी, हामिद राइन, रंजीत सिंह सलूजा, पवन मिश्रा आदि मौजूद रहे.