चना का सेवन सेहत के लिहाज से फायदेमंद माना जाता है. लेकिन काले चने को अधिक लाभकारी माना जाता है. इसका सेवन ना केवल वेट लॉस में आपकी मदद कर सकता है. साथ ही में डायबिटीज भी कंट्रोल कर सकता है. दरअसल, काले चने में स्टार्च के साथ-साथ ऐमिलोज नाम का एक खास तत्व पाया जाता है, जिसके चलते फूड्स में मौजूद शुगर का ब्लड में मिलने की प्रकिया धीमी हो जाती है. साथ ही बॉडी में इंसुलिन की सक्रियता भी बढ़ जाती है, जो टाइप-2 डायबिटीज से परेशान रोगियों के शुगर लेवल को कंट्रोल कर सकता है.
भिगोए हुए काले हुए चने खाने से शरीर को ज्यादा पोषक तत्व मिलते हैं. इसमें विटामिन बी कॉम्पलेक्स काफी होता है. इसके अलावा भिगोकर खाने से चने में प्रोटीन की मात्रा भी बढ़ जाती है और मसल्स को मजबूत बनाते हैं. हालांकि इन्हें पचाना आसान नहीं होता है. भीगे चने डाइजेशन में परेशान कर सकते हैं.
पाचन तंत्र के लिए भी फायदेमंद
काले चने में फाइबर की मात्रा भरपूर पाई जाती है, जो मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने का काम करता है. बेहतर मेटाबॉलिज्म आपका पाचन तंत्र दुरस्त रखने का काम करता है और आपको पेट की कई तरह की बीमारियों से बचाने का काम करता है. रोजाना सुबह भिगोए हुए काले चने का सेवन आपके लिए बेहद लाभकारी साबित हो सकता है.
हार्ट हेल्थ को भी बढ़ावा देता है
कोलेस्ट्रोल की अधिकता हृदय स्वास्थ्य के लिए घातक मानी जाती है. ऐसे में इसे कम करने के लिए आप भिगोए हुए काले चने का सेवन कर सकते हैं. इसमें मौजूद पोटैशियम हाई ब्लड प्रेशर को कम करता है और हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद माना जाता है.
खून की कमी को भी पूरा करता है
एनीमिया की परेशानी का कारण आयरन की कमी को माना जाता है. काला चना आयरन का अच्छा स्रोत माना जाता है. ऐसे में आयरन की कमी को पूरा कर एनीमिया की परेशानी से कुछ हद तक राहत पायी जा सकती है. रोजाना सुबह काले चने का सेवन आपकी बॉडी में खून की कमी को पूरा कर सकता है.