छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में जीजा ने साले को 50 हजार रुपए देकर एक शख्स को मरवा दिया। लेकिन गलत पहचान के चलते युवक ने दोस्तों के साथ मिलकर दूसरे युवक को मार डाला। पुरानी रंजिश के कारण जीजा ने साले को सुपारी दी थी। मामला फास्टरपुर थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, सुपारी देने वाला का नाम नेतराम साहू (43) है, जो कि तरवरपुर धान खरीदी सोसाइटी के प्रबंधक है। उसने हत्या के 15 दिन पहले अपने साले सुनील साहू (20) को वॉट्सऐप पर फोटो भेजकर कहा कि यह व्यक्ति ग्राम सिल्ली का है और परेशान कर रहा है। इसको रास्ते से हटाना है।
तुम अपने दोस्तों को बुलाकर उसको रास्ते से हटा दो। इस काम के लिए तुमको 50,000 रुपए दुंगा। 8 सितंबर को सुनील अपने जीजा के घर आया। तीन दिन तक घर में रूककर हत्या की प्लानिंग की। 10 सिंतबर की सुबह सुनील अपने दोस्तों को लेने बिलासपुर गया। नेतराम ने अपने भांचा के किराए के मकान में सभी को रुकवाया और पूरी प्लानिंग बताई।
जानिए क्या है पूरा मामला?
रअसल, तुलसी साहू और उसके बेटे नरेंद्र साहू उर्फ पप्पू ने नेतराम साहू के खिलाफ धान खरीदी की अनियमितता को लेकर न्यायालय में परिवाद लगाया था। जिसके चलते उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। नेतराम साहू को शक था कि तुलसी साहू और उसका बेटा नरेंद्र साहू उसे नौकरी ज्वाइन नहीं करने दे रहे थे और परेशान कर रहे थे।
फोटो भेजकर रास्ते से हटाने को कहा
इसी वजह से उसने नरेंद्र उर्फ पप्पू को मारने की साजिश रची और साले को फोटो भेजकर उसे रास्ते से हटाने को कहा। 10 सितंबर की रात हेमप्रसाद साहू और हेमचंद ग्राम दाबो रोड किनारे बैठे थे। इस दौरान सुनील अपने 4 दोस्तों के साथ मौके पर पहुंचा और हेमप्रसाद को नरेंद्र समझकर लोहे की रॉड से सिर वार कर दिया। गंभीर चोट आने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।