संविदा स्टाफ की हड़ताल ने बढ़ाई बीएमओ की टेंशन, मरीज बोले – जाएं तो जाएं कहां?

रीठी : सरकारी अस्पताल में संविदा स्वास्थ्यकर्मियों की प्रस्तावित हड़ताल का असर पहले ही दिन से दिखाई देने लगा है अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं और मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है
रीठी के सरकारी अस्पताल में आम दिनों की तुलना में आज माहौल कुछ अलग रहा संविदा पर कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल के चलते अस्पताल में मरीजों को परेशान होना पड़ा यहां पर खंड चिकित्सा अधिकारी ही मरीजों का इलाज करते दिखे.

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ऐसी स्तिथि में रीठी अस्पताल की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है यहां पर हालत यह रही कि अस्पताल की सभी जिम्मेदारियां अकेले बीएमओ पर आ गईं, जो स्वयं मरीजों को देखने में लगे हैं इस बारे मे खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर मेघेंद्र श्रीवास्तव ने आज बताया है कि हम अपनी ओर से पूरी कोशिश कर रहे हैं कि मरीजों को कोई परेशानी न हो, लेकिन स्टाफ की कमी से दिक्कत तो हो रही है.


ऐसे में स्वास्थ्य सुविधाएं रुक-सी गई हैं, और हड़ताल का असर आने वाले दिनों में और भी गहरा हो सकता है अगर जल्द कोई समाधान नहीं निकाला गया सरकारी अस्पतालों में आमजन को मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाएं पहले ही सीमित हैं, ऐसे में संविदा कर्मियों की हड़ताल ने हालात और भी मुश्किल बना दिए हैं। देखना होगा प्रशासन इस पर क्या कदम उठाता है.

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