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पूर्व मंत्री मरकाम का विवादित बयान, कहा- ‘अमित शाह हमारे इधर ऐसा बोलते तो कूटे जाते’

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दिग्विजय सिंह को लेकर दिए ‘आशिक का जनाजा है, जरा झूम के निकले’ वाले बयान पर प्रदेश के पूर्व मंत्री ने पलटवार किया है. मंडला लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी ओमकार सिंह मरकाम ने कहा- ‘अमित शाह की हिम्मत कैसे हुई कि आपके घर में आकर ऐसा बयान दे. यह राजगढ़ की जनता का अपमान है. हमारे यहां ऐसा कहते, तो कूटे जाते.’

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मरकाम ने मंगलवार को राजगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के समर्थन में गुना की चाचौड़ा विधानसभा क्षेत्र में चुनावी सभा को संबोधित किया.

*ओमकार सिंह मरकाम ने क्या बोला?*

‘उसकी हिम्मत कैसे हुई कि राजा के गढ़ में, जहां पैदा हुआ है, वहां आकर के इस तरह से बोलने की. ऐसे को जवाब दो, भाजपा की जमानत जब्त करा दो. यहां का बेटा, इस माटी का लाल अगर कोई है, तो वो राजा है. वो सिर्फ राजा को नहीं बोला, ये ध्यान रखना, वो राजगढ़ की जनता को बोला है. उसकी हिम्मत कैसे हुई कि आपके घर में आकर वो ये बोले कि जनाजा निकाल दें. अमित शाह जी, इस घमंड का जवाब राजगढ़ की जनता देगी.

हम इंसान हैं. चुनाव लड़ना सबकी जिम्मेदारी है. मैं अमित शाह को कहता हूं कि राजा साहब सैकड़ों साल तक इस पवित्र माटी की सेवा करते रहेंगे. अमित शाह की इतनी हिम्मत कि हमारी माटी पर आकर, हमारी माटी के लाल को ऐसा बोल रहा है. हम लोग क्या खामोश बैठ जाएं. उसको जवाब देना है.

मैं तो कहना चाहता हूं. चाहे भाजपा के हों या अन्य दल के हों, ये बात आ गई है हमारे राजगढ़ की, हमारे राघौगढ़ के स्वाभिमान की, मान और सम्मान की. जिन्होंने अपमान किया है, उनको जवाब देना है. मैं तो राजा साहब को धन्यवाद देता हूं कि वो इतनी शांति से धरती पर काम कर रहे हैं. हमारे इधर ऐसा बयान देता, तो कूट जाते.’

*शाह ने दिग्विजय को लेकर क्या कहा था*

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र के खिलचीपुर में चुनावी सभा को संबोधित किया था. यहां उन्होंने कहा- बहुत बार ये आए, बहुत बार ये गए. अब समय आ गया है इनको परमानेंट विदाई देने का. राजनीति से दिग्विजय सिंह की परमानेंट विदाई राजगढ़ वालों को करनी है, लेकिन मेरी एक रिक्वेस्ट है. राजनीति से उनकी परमानेंट विदाई जरूर करो, मगर आशिक का जनाजा है, जरा धूम से निकले. बड़ी लीड से हराइएगा. उनके सम्मान जैसी लीड से हराकर उनको घर पर बैठाने का काम राजगढ़ वाले करें.

*दिग्विजय भी कर चुके हैं पलटवार*

दिग्विजय सिंह ने शनिवार को सोशल मीडिया X पर शाह के बयान का जवाब दिया था. उन्होने कहा- मुझ पर अमित शाह जी की इतनी कृपा रही और उनका मेरे प्रति इतना प्रेम है कि वो आए और मेरा जनाजा निकालने की बात कह गए. यानी मेरी अर्थी बीजेपी के नेता निकालना चाहते हैं. और क्यों? क्योंकि मैं आप सबकी चिंता करता हूं.

राजगढ़ के तलेन में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा- मेरा जनाजा निकालने की मांग उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से की. मेरे पास कंधों की कमी नहीं है. भारतीय जनता पार्टी के कंधों पर मेरा जनाजा और शव नहीं जाएगा. मेरे पास कांग्रेस कार्यकर्ताओं की अपार संख्या है. मैं उनसे यह भी कहना चाहता हूं कि आप इस बात को समझ लें. राजगढ़ संसदीय क्षेत्र से मेरा जीवन का लगाव है.

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